नालंदा । जिले में पशुपालन विभाग द्वारा आज शनिवार से एफएमडी (फुट एंड माउथ डिजीज) टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है।
इस अवसर पर जिला पशुपालन कार्यालय में आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में जिला परिषद सदस्य पूनम सिन्हा विशेष रूप से उपस्थित रहीं। उन्होंने पशुपालकों से अपील की है कि वे अपने मवेशियों को समय पर टीका लगवाकर उन्हें सुरक्षित रखें।एफएमडी एक विषाणु जनित रोग है जो मुख्य रूप से गाय, भैंस, बकरी, सुअर तथा अन्य खुर वाले पशुओं को प्रभावित करता है। यह बीमारी एक संक्रमित पशु से दूसरे स्वस्थ पशु में बहुत तेजी से फैलती है।
हालांकि इससे पशुओं की मृत्यु दर कम होती है लेकिन दूध उत्पादन में भारी गिरावट और पशुओं की कार्यक्षमता में कमी के कारण पशुपालकों को आर्थिक रूप से गंभीर क्षति होती है।सरकार इस बीमारी की गंभीरता को देखते हुए प्रत्येक वर्ष दो बार इस टीकाकरण कार्यक्रम का आयोजन करती है।
इस बार के अभियान में जिले के सभी पंचायतों और गांवों में पशु चिकित्सकों एवं सहयोगियों की मदद से घर-घर जाकर मवेशियों को टीका लगाया जाएगा।इस मौके पर जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि “टीकाकरण ही एफएमडी से बचाव का प्रभावी उपाय है। हम सभी पशुपालकों से अपील करते हैं कि वे जागरूक बनें और अपने मवेशियों को अनिवार्य रूप से टीका लगवाएं।कार्यक्रम में उपस्थित पूनम सिन्हा ने भी लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पशुपालन की अहम भूमिका है। यदि हमारे पशु स्वस्थ रहेंगे तो परिवार की आय भी सुरक्षित रहेगी। ऐसे में यह जरूरी है कि हम समय पर टीकाकरण अवश्य कराएं।
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