राजस्थान चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती परीक्षा के दौरान रोडवेज में भी अव्यवस्था का आलम देखने को मिल रहा है। परिवहन विभाग ने मुफ्त यात्रा की घोषणा की थी, लेकिन अभ्यर्थियों को बसों में भेड़-बकरियों की तरह ठूँसा जा रहा है। घंटों इंतज़ार के बाद, उन्हें खड़े-खड़े यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है। चूरू ज़िले के सरदारशहर से बीकानेर जाने वाले अभ्यर्थियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। हालाँकि प्रशासन अतिरिक्त बसें लगाने का दावा कर रहा है, फिर भी उन्हें परीक्षा केंद्र तक पहुँचने के लिए बसों में खड़े-खड़े लंबा सफ़र तय करना पड़ रहा है।
अभ्यर्थियों की संख्या के मुक़ाबले बसें काफ़ी कम
अभ्यर्थियों की संख्या बहुत ज़्यादा है, और रोडवेज प्रशासन बसों की कमी से जूझ रहा है। अभ्यर्थियों ने बताया कि राजस्थान सरकार उनके लिए मुफ्त यात्रा की घोषणा तो करती है, लेकिन यह सफ़र उनके लिए एक चुनौती बना हुआ है। बसों में इतनी भीड़ होती है कि खड़े होने की भी जगह नहीं बचती। कई घंटों बाद, बस में चढ़ने की उनकी बारी आती है, और उन्हें खड़े-खड़े ही परीक्षा केंद्र तक जाना पड़ता है।
यही रोडवेज प्रशासन का दावा है
इतना ही नहीं, अभ्यर्थियों का कहना है कि बस में चढ़ते ही उन्हें घुटन महसूस होती है। सरदारशहर से बीकानेर तक 160 किलोमीटर का सफ़र ढाई से तीन घंटे का है, और इस दौरान घंटों का सफ़र मुश्किल भरा होता है। परेशानी ये है कि इस कष्टदायक सफ़र के बाद परीक्षा कैसे दी जाए। रोडवेज़ प्रशासन के यातायात प्रबंधक नागेंद्र सिंह ने बताया कि बीकानेर के लिए कुल 17 अतिरिक्त बसें भेजी गई हैं। हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो।
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