नागौर से हार्डकोर अपराधी लुक्का गुर्जर को पेशी पर लाते समय बुधवार को दौसा जिले में हाइवे संख्या 21 पर हुए हादसे में धौलपुर पुलिस चालक संदीप शर्मा की दर्दनाक मौत हो गई थी। गुरुवार को धौलपुर में पूरे पुलिस सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
शव पहुंचा धौलपुर, परिजनों में कोहरामदुर्घटना के बाद संदीप शर्मा का शव जयपुर एसएमएस अस्पताल से देर रात धौलपुर लाया गया। घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। हर किसी की आंखें नम थीं और माहौल गमगीन हो गया।
पुलिस सम्मान के साथ अंतिम यात्रागुरुवार सुबह संदीप शर्मा की अंतिम यात्रा निकाली गई। पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान सहित जिलेभर के पुलिस अधिकारी, जवान और जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में शामिल हुए। पुलिस अधिकारियों ने पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित कर शोक संवेदना व्यक्त की।
8 वर्षीय पुत्र ने दी मुखाग्निचंबल नदी स्थित श्मशान घाट पर गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान जब संदीप के 8 वर्षीय पुत्र विवेक ने अपने पिता को मुखाग्नि दी, तो हर किसी की आंखें नम हो गईं। परिवारजन, साथी कर्मचारी और मौजूद लोग भावुक होकर फूट-फूटकर रो पड़े।
सलामी देकर दी विदाईअंतिम संस्कार से पहले पुलिस जवानों ने तीन राउंड फायरिंग कर अपने साथी को सलामी दी। संदीप शर्मा को इस तरह अंतिम विदाई देते समय पूरा वातावरण "अमर रहे" और "शहीद संदीप अमर रहें" के नारों से गूंज उठा।
परिजनों और साथियों में शोकसंदीप शर्मा की असमय मौत ने पूरे पुलिस महकमे को झकझोर कर रख दिया है। साथी जवानों ने कहा कि वे एक कुशल चालक और हमेशा हंसमुख स्वभाव वाले व्यक्ति थे। परिजनों ने भी कहा कि संदीप परिवार की रीढ़ थे, उनकी कमी कभी पूरी नहीं हो सकेगी।
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