राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और नारी शक्ति को सम्मान देने वाले लोकप्रिय टीवी सीरियल ‘प्रथाओं की ओढ़े चुनरी: बींदणी’ की टीम जयपुर पहुंची। इस अवसर पर शो के मुख्य कलाकार गौरी शेलगांवकर, आकाश जग्गा और मोनिका खन्ना ने न केवल शहर की रंग-बिरंगी संस्कृति का अनुभव किया, बल्कि स्थानीय बींदणियों से मिलकर उनके जीवन संघर्षों और हिम्मत भरी कहानियों को भी जाना।
शो की खासियतयह टीवी सीरियल राजस्थान के एक छोटे से गांव की जीवंत लड़की घेवर की कहानी पर आधारित है। घेवर अपने परिवार और समाज की परंपराओं के बीच जीवन की मुश्किलों से जूझती है, लेकिन अपने आत्मसम्मान और रिश्तों के लिए डटकर संघर्ष करती है। यह कहानी बींदणियों की सांस्कृतिक विरासत और उनकी अदम्य इच्छाशक्ति को पर्दे पर जीवंत रूप में प्रस्तुत करती है।
कलाकारों का अनुभवटीम के सदस्यों ने जयपुर की लोक संस्कृति, परंपराओं और स्थानीय जीवनशैली को करीब से महसूस किया। कलाकारों ने कहा कि स्थानीय महिलाओं की जिंदादिली और संघर्ष की कहानियां उन्हें बेहद प्रेरित कर रही हैं, जो उनके प्रदर्शन में भी झलकेगी।
संदेश और मकसदइस शो का उद्देश्य न केवल राजस्थान की परंपराओं को प्रदर्शित करना है, बल्कि महिलाओं को उनके हक और सम्मान के लिए लड़ने की प्रेरणा देना भी है। बींदणी जैसे किरदार के जरिए यह संदेश दिया जा रहा है कि परंपराओं का सम्मान करते हुए भी आत्मसम्मान और स्वाभिमान के लिए आवाज उठाना जरूरी है।
You may also like
भारत यात्रा पर ऑस्ट्रेलियाई सेना प्रमुख, हिंद-प्रशांत में रणनीतिक साझेदारी को मिलेगी मजबूती
राहुल गांधी ने उठाया वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का मुद्दा, कहा- महाराष्ट्र में 40 लाख संदिग्ध वोटर
डोनाल्ड ट्रंप को देश के सांसदों की दो टूक, 'भारत न झुकेगा, न डरेगा, न रुकेगा'
स्मृति शेष: जब 'ठाकुर सज्जन सिंह' की मदद के लिए सीएम योगी ने बढ़ाया हाथ, जानें अनुपम श्याम का सफर खास
वेतन संशोधन के लिए 8th Pay Commission की अधिसूचना जल्द आने की उम्मीद, यहां जानें सबकुछ