उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा है कि नई पीढ़ी को देश के इतिहास और संस्कृति की गहन जानकारी होनी चाहिए, ताकि वे अपनी जड़ों से जुड़े रहें और अपने सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों को समझ सकें। यह बात उन्होंने सांस्कृतिक सृजन पखवाड़ा कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाना और उन्हें भारतीय परंपराओं के महत्व से अवगत कराना है।
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कार्यक्रम में कहा कि आज के युवा तकनीकी और आधुनिक जीवनशैली में व्यस्त होने के कारण अक्सर अपनी सांस्कृतिक पहचान और परंपराओं से कट जाते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि इतिहास और संस्कृति की जानकारी न केवल उन्हें अपने अतीत से जोड़ती है, बल्कि राष्ट्रीय गर्व और जिम्मेदारी की भावना भी विकसित करती है।
दीया कुमारी ने स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि घरेलू उत्पादों को प्रोत्साहित करना सिर्फ आर्थिक दृष्टि से ही लाभकारी नहीं है, बल्कि यह देशभक्ति और आत्मनिर्भरता की भावना को भी बढ़ावा देता है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे स्थानीय कारीगरों और स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दें और इस तरह भारतीय संस्कृति और अर्थव्यवस्था दोनों को सशक्त बनाएं।
सांस्कृतिक सृजन पखवाड़ा कार्यक्रम में विभिन्न कला और सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की गईं। युवा कलाकारों ने नृत्य, नाटक और चित्रकला के माध्यम से देशभक्ति और सांस्कृतिक मूल्यों का संदेश दिया। उपमुख्यमंत्री ने इन प्रस्तुतियों की सराहना की और कहा कि इस तरह के कार्यक्रम युवाओं में सृजनात्मक सोच और सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाने में सहायक होते हैं।
इससे पहले, उपमुख्यमंत्री गांधी जयंती के अवसर पर गांधी वाटिका का दौरा भी किया। इस दौरान उन्होंने महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा, उन्होंने वाटिका में आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया, जिसमें दोनों महापुरुषों के जीवन और कार्यों को दर्शाया गया था।
दीया कुमारी ने कहा कि गांधी और शास्त्री जैसे महापुरुषों ने देश को नैतिकता, सादगी और सेवा भाव के मार्ग पर आगे बढ़ाया। उनके आदर्श आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल और कॉलेज स्तर पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए, ताकि बच्चों और युवाओं में महापुरुषों के योगदान को समझने और अपनाने की भावना विकसित हो।
विशेषज्ञों का कहना है कि सांस्कृतिक कार्यक्रम और राष्ट्रीय महापुरुषों की याद में आयोजित प्रदर्शनी युवा पीढ़ी को न केवल प्रेरणा देती हैं, बल्कि उन्हें अपने इतिहास और संस्कृति के प्रति जागरूक भी बनाती हैं। उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी के संदेश से यह स्पष्ट हुआ कि सरकार नई पीढ़ी को अपने इतिहास और संस्कृति से जोड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
इस प्रकार, उपमुख्यमंत्री ने सांस्कृतिक जागरूकता और स्वदेशी उत्पादों को अपनाने के महत्व पर जोर देते हुए युवाओं को प्रेरित किया और गांधी जयंती के अवसर पर महापुरुषों को श्रद्धांजलि देकर उनके आदर्शों का संदेश भी दिया।
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