देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव में मतदान के दिन समरावता में एसडीएम को थप्पड़ मारने के आरोपी निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना के खिलाफ आरोपों को लेकर शुक्रवार को एससी, एसटी कोर्ट में चार्ज बहस हुई। अब जज 20 मई को अपना आदेश जारी करेंगे। इसी दिन नरेश मीना के खिलाफ आगजनी व हिंसा के आरोपों पर चार्ज बहस होगी। उसके बाद नरेश मीना की जमानत याचिका फिर से दायर की जाएगी। ज्ञात हो कि 13 नवंबर 2024 को देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र के समरावता (टोंक) गांव में उपचुनाव में मतदान का बहिष्कार किया गया था। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठे थे।
इस दौरान नरेश मीना ने एसडीएम अमित चौधरी पर जबरन वोट डालने का आरोप लगाते हुए थप्पड़ मार दिया था। उसी रात नरेश मीना को गिरफ्तार करने आई पुलिस व ग्रामीण आमने-सामने हो गए थे। इस दौरान गांव में कई वाहनों में आग लगा दी गई थी। आगजनी व हिंसा हुई थी। अगले दिन 14 नवंबर 2024 को दोपहर करीब 12 बजे पुलिस ने नरेश मीना को धरना स्थल से गिरफ्तार कर लिया। नरेश मीना के खिलाफ 4 मुकदमे दर्ज किए गए। नरेश मीना के वकील फतेह सिंह मीना ने बताया कि शुक्रवार को नरेश मीना के खिलाफ मुकदमा संख्या 166 के आरोपों पर चार्ज बहस हुई। मुकदमा संख्या 167 पर 20 मई को चार्ज बहस होगी। कोर्ट के आदेश पर नरेश मीना को 15 नवंबर 2024 को जेल भेज दिया गया।
इस मामले की सुनवाई पहले उनियारा और टोंक डीजे कोर्ट में हुई। जहां से जमानत खारिज हो चुकी है। अप्रैल में नरेश मीना के वकील ने प्रार्थना पत्र लगाकर इस मामले को एससी-एसटी कोर्ट टोंक में ट्रांसफर करवा लिया। उसके बाद एसडीएम को थप्पड़ मारने के मामले में 23 अप्रैल को चार्ज बहस हुई। इसके आदेश नहीं आए थे। इस दौरान जज का तबादला हो गया। नए जज के नहीं आने के कारण अगली तारीख 29 अप्रैल और 5 मई को चार्ज बहस नहीं हो सकी। ऐसे में कोर्ट से 9 मई की तारीख मिली थी। ऐसे में शुक्रवार को नरेश मीना पर एसडीएम को थप्पड़ मारने के आरोप पर चार्ज बहस हुई। हिंसा व आगजनी के आरोप पर चार्ज बहस नहीं हुई। अगली तारीख 20 मई दी गई है। इस दौरान कोर्ट परिसर में सरपंच संघ के जिला अध्यक्ष मुकेश मीना, आरडी गुर्जर, राकेश बैंसला, सरपंच रामलाल आदि मौजूद रहे।
नरेश मीना की रिहाई के लिए नंगे पैर रहने का संकल्प लिया
बीए तक पढ़ाई कर खेतीबाड़ी कर परिवार का पालन पोषण कर रहे अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ तहसील के झालाटाला निवासी शंभूदयाल मीना के पुत्र सुरेश मीना ने बताया कि नरेश मीना की रिहाई होने तक मैंने अपनी चप्पलें 8 मई गुरुवार को गांव के बालाजी मंदिर में छोड़ दी हैं। अब नरेश मीना की रिहाई होने तक मैं नंगे पैर ही रहूंगा।टोंक एसटी, एससी कोर्ट में वीसी के जरिए नरेश मीना की पेशी के दौरान कोर्ट परिसर में नंगे पैर पहुंचे सुरेश मीना ने कहा- मैं नरेश मीना से काफी प्रभावित हूं। मैं आज नरेश मीना से मिलने आया हूँ। लेकिन आज उसे यहाँ नहीं लाया गया। अब मैं उससे मिलने बूंदी जेल जाऊँगा। जब तक वह रिहा नहीं हो जाता, मैं नंगे पैर ही रहूँगा। जब तक नरेश मीना जेल से रिहा नहीं हो जाता, मैं घर भी नहीं जाऊँगा।
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