5 साल के लंबे इंतजार के बाद भारत और चीन के बीच सीधा हवाई संपर्क फिर से शुरू होने वाला है. ट्रंप टैरिफ के बवाल के बीच दोनों देशों के बीच कि रिश्तो में भी सुधार होने जा रहा है. ऐसा कहा जा रहा है कि अगले महीने से दोनों देश सीधे हवाई संपर्क बहाल करने की तैयारी कर रहे हैं. चीन में 31 अगस्त को शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) शिखर सम्मेलन होने वाला है जिसमें शामिल होने के लिए पीएम मोदी वहां जाएंगे.
भारत-चीन डायरेक्ट फ्लाइट्स की अधिकारीक घोषणा कब?कोविड -19 के बाद से ही दोनों देशों के बीच में सीधी उड़ाने बंद थी. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार चीन में होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान इसे लेकर आधिकारिक घोषणा की जा सकती है. साल 2019 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चीन का यह पहला दौरा है.
पीएम मोदी - शी जिनपिंग की मुलाकात
यह संभावना जताई जा रही है कि चीन के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात कर सकते हैं. इस दौरान दोनों देशों के बीच कई फैसले लिए जा सकते हैं.
अभी क्या है हाल?कोरोना महामारी के बाद से ही भारत और चीन के बीच सीधी उड़ानों को रद्द कर दिया गया था. अभी यात्री हांगकांग या सिंगापुर के जरिए चीन और भारत के बीच आना-जाना करते हैं. अब यदि सीधी उड़ानों को फिर से बहाल कर दिया जाता है तो इससे यात्रियों के समय और खर्च में बचत होगी. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार एयरलाइंस कंपनियों को आदेश दिए जा चुके हैं कि वे सीधी उड़ानों के लिए तैयार रहे.
दोनों देशों के बीच था तनावभारत और चीन के बीच लंबे समय से तनाव बना हुआ है. ऐसा कहा जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा मनमाने तरीके से लगाए जा रहे टैरिफ के कारण दोनों देशों के रिश्तों में सुधार हो रहा है. इसके पहले भारत सरकार के द्वारा चीनी नागरिकों के टूरिस्ट वीजा में भी ढील दी गई है.
भारत-चीन डायरेक्ट फ्लाइट्स की अधिकारीक घोषणा कब?कोविड -19 के बाद से ही दोनों देशों के बीच में सीधी उड़ाने बंद थी. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार चीन में होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान इसे लेकर आधिकारिक घोषणा की जा सकती है. साल 2019 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चीन का यह पहला दौरा है.
पीएम मोदी - शी जिनपिंग की मुलाकात
यह संभावना जताई जा रही है कि चीन के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात कर सकते हैं. इस दौरान दोनों देशों के बीच कई फैसले लिए जा सकते हैं.
अभी क्या है हाल?कोरोना महामारी के बाद से ही भारत और चीन के बीच सीधी उड़ानों को रद्द कर दिया गया था. अभी यात्री हांगकांग या सिंगापुर के जरिए चीन और भारत के बीच आना-जाना करते हैं. अब यदि सीधी उड़ानों को फिर से बहाल कर दिया जाता है तो इससे यात्रियों के समय और खर्च में बचत होगी. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार एयरलाइंस कंपनियों को आदेश दिए जा चुके हैं कि वे सीधी उड़ानों के लिए तैयार रहे.
दोनों देशों के बीच था तनावभारत और चीन के बीच लंबे समय से तनाव बना हुआ है. ऐसा कहा जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा मनमाने तरीके से लगाए जा रहे टैरिफ के कारण दोनों देशों के रिश्तों में सुधार हो रहा है. इसके पहले भारत सरकार के द्वारा चीनी नागरिकों के टूरिस्ट वीजा में भी ढील दी गई है.
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