हरियाणा अपडेट: यदि आप नियमित रूप से एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण है। एटीएम लेनदेन पर लगने वाले शुल्क में वृद्धि की योजना बनाई जा रही है, जिससे आपकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है।
ATM लेनदेन शुल्क में संभावित वृद्धि
बढ़ सकते हैं ATM Transaction के चार्ज
वर्तमान में, ग्राहकों को हर महीने 5 मुफ्त एटीएम लेनदेन की सुविधा मिलती है। इसके बाद हर अतिरिक्त निकासी पर 21 रुपये का शुल्क लगता है। लेकिन अब नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इसे 22 रुपये करने का प्रस्ताव रखा है। इसके अलावा, इंटरचेंज चार्ज को 17 रुपये से बढ़ाकर 19 रुपये और नॉन-कैश ट्रांजैक्शन फीस को 6 रुपये से बढ़ाकर 7 रुपये करने की सिफारिश की गई है।
ATM इंटरचेंज चार्ज की जानकारी
ATM इंटरचेंज चार्ज क्या होता है?
यह वह शुल्क है जो एक बैंक दूसरे बैंक से तब वसूलता है जब ग्राहक किसी अन्य बैंक के एटीएम से पैसे निकालता है। उदाहरण के लिए, यदि आपका खाता SBI में है और आपने HDFC के एटीएम से पैसे निकाले, तो HDFC, SBI से चार्ज वसूलता है, और यह अंततः ग्राहक पर ही आता है।
चार्ज बढ़ाने का कारण
चार्ज बढ़ाने के पीछे की वजह
NPCI का कहना है कि हाल के समय में एटीएम के संचालन और देखरेख की लागत में वृद्धि हुई है, इसलिए शुल्क बढ़ाना आवश्यक हो गया है। यह अतिरिक्त लागत अंततः ग्राहकों पर ही डाली जाती है, क्योंकि अतिरिक्त निकासी पर लगने वाला शुल्क ग्राहक को ही चुकाना होता है।
ग्राहकों पर प्रभाव
किन्हें पड़ेगा सबसे ज्यादा असर?
इस निर्णय का सबसे अधिक प्रभाव उन ग्राहकों पर पड़ेगा जो नियमित रूप से नकद निकासी के लिए एटीएम का उपयोग करते हैं। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के लोग और वे लोग जो डिजिटल भुगतान के बजाय नकद लेनदेन को प्राथमिकता देते हैं, उन्हें इस बदलाव का सीधा असर महसूस होगा।
वर्तमान में उपलब्ध सुविधाएं
फिलहाल क्या है सुविधा?
भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार, ग्राहकों को हर महीने 5 मुफ्त एटीएम लेनदेन की सुविधा मिलती है। इनमें 3 लेनदेन मेट्रो शहरों में और 5 लेनदेन नॉन-मेट्रो में मिलते हैं। इसके बाद की निकासी पर निर्धारित शुल्क लागू होता है।
ग्राहकों के लिए सुझाव
क्या करना चाहिए ग्राहकों को?
बढ़ते शुल्क को देखते हुए, ग्राहकों को एटीएम निकासी के बजाय डिजिटल भुगतान, UPI, नेट बैंकिंग या मोबाइल वॉलेट जैसी सुविधाओं का अधिक उपयोग करना चाहिए, ताकि वे अतिरिक्त शुल्क से बच सकें। साथ ही, निकासी की संख्या को कम करके एक साथ अधिक राशि निकालना भी फायदेमंद हो सकता है।
भविष्य की संभावनाएं
यदि NPCI द्वारा इस बदलाव की स्वीकृति दी जाती है, तो भविष्य में एटीएम उपयोगकर्ताओं को हर निकासी पर अधिक भुगतान करना पड़ सकता है। ऐसे में ग्राहकों को अपने लेन-देन की रणनीति में बदलाव करना होगा ताकि वे अनावश्यक खर्च से बच सकें।
You may also like
Chanakya Niti: पति को भिखारी से राजा बना देती है ऐसी स्त्रियां, इनसे शादी कर चमक उठता है भाग्य ι
8वां वेतन आयोग: पदों की नियुक्ति पर बड़ा अपडेट, जानें कब मिल सकती है बढ़ी हुई सैलरी
घर पर कभी न लगाएं ये पौधा, वरना परिवार पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव. फिर तिजोरी हो जाएगी खाली ι
जामिया आरसीए का कीर्तिमान, संस्थान के 32 छात्रों का सिविल सेवा में चयन
परिवार में किसी की मौत के बाद सिर मुंडवाने की परंपरा क्यों है? 99% लोग नहीं जानते सही कारण ι