KC Virendra News: देशभर में हुई ED की बड़ी कार्रवाई और कर्नाटक के कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र पप्पी की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में अब तक जो जानकारी सामने आई है, उससे पता चलता है कि यह नेटवर्क सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों तक फैला हुआ है.
ED सूत्रों का कहना है कि केसी वीरेंद्र बेंगलुरु में अपनी दूसरी पत्नी के साथ रहते थे और यहीं से उन्होंने कई फर्जी (शेल) कंपनियां बना रखी थीं. इसका इस्तेमाल ब्लैक मनी को व्हाइट दिखाने के लिए किया जाता था. खासकर उनका कसीनो इस खेल का अहम हिस्सा था. जांच में सामने आया है कि पहले अलग-अलग नामों पर क्रेडिट कार्ड पेमेंट दिखाया जाता था और बाद में उन पेमेंट्स को साइबर फ्रॉड से आए पैसों से एडजस्ट कर दिया जाता था.
गाड़ियों का शौक और बेनामी फंडिंग
ED के मुताबिक, वीरेंद्र ने अपने शौक पूरे करने के लिए बेनामी कंपनियों और लोगों का सहारा लिया. उनकी लग्जरी गाड़ियों के नंबर अक्सर VIP और फैंसी सीरीज में होते हैं. जांच से जुड़े इनपुट बताते हैं कि उनकी बड़ी बेटी ने हाल ही में यूके से पढ़ाई पूरी की है.
सूत्र बताते हैं कि इस नेटवर्क में उनके भाई केसी नागराज और भतीजे पृथ्वी एन. राज का भी बड़ा रोल है. पृथ्वी दुबई से King567 ऑनलाइन बेटिंग ऐप को मैनेज करता है. उसका पता “5/6/7, किंग स्ट्रीट, ओल्ड टाउन, चल्लकेरे” बताया गया है. दिलचस्प बात यह है कि नगराज और पृथ्वी की गाड़ियों के नंबर ज्यादातर 567 पर खत्म होते हैं.
परिवार की भूमिका और फर्जी कंपनियों की जानकारी भी सामने आई.
विदेशों तक फैला कसीनो नेटवर्क
ED की छानबीन में यह भी सामने आया है कि केसी वीरेंद्र का नेटवर्क केवल भारत तक सीमित नहीं है. श्रीलंका, नेपाल और जॉर्जिया में भी कसीनो उसके नियंत्रण में बताए जाते हैं, हालांकि ये किसी और के नाम पर रजिस्टर्ड हैं.
एजेंसी को कुछ जगहों से प्रॉफिट-शेयरिंग की एक्सेल फाइलें मिली हैं, जिनसे इस विदेशी ऑपरेशन की कमाई का अंदाजा लगाया जा सकता है. ये कारोबार आधिकारिक रिकॉर्ड्स में नहीं दिखाया गया है. पहले इन कसीनो का जिक्र उसकी वेबसाइट Puppysworld पर खुलकर लिखा हुआ था, लेकिन अब इस वेबसाइट को हटा दिया गया है.
नए निवेश की कोशिश
सूत्रों के अनुसार केसी वीरेंद्र हाल ही में भारत में एक लैंड कसीनो खरीदने की कोशिश कर रहे थे. इसके लिए उनकी बातचीत “लॉटरी किंग मार्टिन” नामक कारोबारी से चल रही थी. हालांकि गिरफ्तारी के बाद अब इस डील पर सवालिया निशान लग गए हैं.
ED की जांच में बढ़ी रफ्तार
ED के हाथ लगे कैश, ज्वेलरी और लग्जरी गाड़ियों के अलावा मिले दस्तावेजों से इस पूरे नेटवर्क का दायरा और बड़ा होता जा रहा है. एजेंसी अब डिजिटल सबूत, विदेशी कनेक्शन और वित्तीय लेन-देन को खंगाल रही है. जांच अधिकारियों का कहना है कि अगले चरण में विदेशों में मौजूद कंपनियों और कसीनो ऑपरेशंस को ट्रैक किया जाएगा, ताकि यह समझा जा सके कि पैसे की असली फ्लो-चेन कहां तक फैली है.
गौरतलब है कि देशभर में 22 और 23 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अवैध सट्टेबाजी और ऑनलाइन गेमिंग रैकेट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी. इस दौरान कर्नाटक के चित्रदुर्ग से कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र पप्पी को सिक्किम से गिरफ्तार किया गया. उनके पास से 12 करोड़ रुपए नकद, 6 करोड़ के जेवरात, 10 किलो चांदी और 4 लग्जरी कारें बरामद की गई हैं. ED सूत्रों के मुताबिक एजेंसी ने 31 लोकेशन पर एक साथ छापेमारी की थी. इनमें गंगटोक, चित्रदुर्ग, बेंगलुरु, हुबली, जोधपुर, मुंबई और गोवा शामिल हैं.
कौन हैं केसी वीरेंद्र पप्पी?
50 वर्षीय वीरेंद्र पप्पी का जन्म 30 जून 1975 को हुआ था. वे चित्रदुर्ग से विधायक हैं और 2023 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की थी. उन्होंने 1,22,021 वोट हासिल कर बीजेपी उम्मीदवार जीएच थिप्पारेड्डी को 53,300 वोटों के अंतर से हराया था. उनकी घोषित संपत्ति 134.9 करोड़ रुपए है. चुनावी हलफनामे के अनुसार उन पर दो आपराधिक केस दर्ज हैं. वे कन्नड़ अभिनेता डोड्डन्ना के दामाद भी हैं.
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