CB Chandra Yadav: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय-अमेरिकी रिपब्लिकन पार्टी कार्यकर्ता सीबी चंद्र यादव को अग्रिम माफीनामा दिया है. यह माफीनामा उन कई हाई-प्रोफाइल राजनीतिक हस्तियों के साथ दिया गया है, जिन पर 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को बदलने की ट्रंप की कोशिशों में शामिल होने का आरोप था. ट्रंप की तरफ से ऐलान किया गया ये माफीनामा सिर्फ संघीय अपराधों तक सीमित है. यानी अब संघीय अभियोजक भविष्य में उन्हें इन मामलों में आरोपित नहीं कर सकते.
राज्यों में लागू नहीं होगा ट्रंप का माफीनामा
ट्रंप की प्रवक्ता कैरोलाइन लेविट ने कहा,’इन महान अमेरिकियों को बाइडन प्रशासन ने सिर्फ चुनाव को चुनौती देने की वजह से सताया और परेशान किया, जबकि चुनाव को चुनौती देना लोकतंत्र का मूल आधार है.’ हालांकि चंद्र यादव को जॉर्जिया में राज्य-स्तरीय आरोपों का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि ट्रंप का माफीनामा राज्य मामलों पर लागू नहीं होता. अमेरिकी न्याय प्रणाली में संघीय और राज्य अभियोजन अलग-अलग होते हैं. यह माफीनामा प्रतीकात्मक माना जा रहा है क्योंकि यह संभावना बहुत कम है कि संघीय अभियोजक अब उन पर कोई मामला चलाएंगे और यह राज्य स्तर की अभियोजन प्रक्रिया पर लागू नहीं होता.
38 लोगों पर आरोप की सिफारिश
2023 में जॉर्जिया की एक ग्रैंड जूरी (यानी नागरिकों की एक पैनल जो तय करती है कि किसी पर आरोप लगाने के लिए पर्याप्त आधार है या नहीं) ने चुनाव में दखल देने के मामले में यादव समेत 38 अन्य लोगों पर आरोप लगाने की सिफारिश की थी लेकिन स्थानीय अभियोजकों ने उन्हें अभियुक्त नहीं बनाया था.
ट्रंप ने माफीनामे में क्या लिखा?
न्याय विभाग के माफी अटॉर्नी एड मार्टिन के जरिए जारी लिस्ट में उन लोगों के नाम शामिल हैं जिन्हें राष्ट्रपति ने माफ किया है. इस लिस्ट में ट्रंप के वकील रूडी जूलियानी, सिडनी पॉवेल, जॉन ईस्टमैन और उनके पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज भी शामिल हैं. अपने आदेश में ट्रंप ने लिखा,’यह माफीनामा 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के बाद अमेरिकी जनता पर किए गए गंभीर राष्ट्रीय अन्याय को समाप्त करता है और राष्ट्रीय मेल-मिलाप की प्रक्रिया को आगे बढ़ाता है.’
क्या था चंद्र यादव पर आरोप?
2020 के चुनाव में कथित दखल का मामला उस समय उठा था जब ट्रंप ने जॉर्जिया अधिकारियों से काफी वोट खोजने की अपील की थी, ताकि जो बाइडेन की जीत पलट सके. यादव और कुछ अन्य पर आरोप है कि उन्होंने झूठे इलेक्टर्स की लिस्ट सौंपी थी, जो राष्ट्रपति को चुनने के लिए बनने वाले इलेक्टोरल कॉलेज में भाग लेते. ध्यान देने योग्य है कि यह माफीनामा खुद ट्रंप पर लागू नहीं होता. अगर ट्रंप भविष्य में खुद को माफ करने की कोशिश करते हैं तो उस पर कानूनी विवाद खड़ा हो सकता है.
कौन हैं सीबी चंद्र यादव?
सीबी चंद्र यादव वर्तमान में ‘जॉर्जियन्स फर्स्ट कमीशन’ के सदस्य हैं, जो राज्य में व्यापारिक वृद्धि को बढ़ावा देने और नियम-कानूनों को आसान बनाने के उपायों पर काम करता है. वे कई अन्य राज्य और स्थानीय पैनलों के भी सदस्य हैं. वे ‘गोपे ग्रुप ऑफ कंपनीज’ के मालिक और सीईओ हैं, जिनके व्यवसाय में कई ग्रोसरी स्टोर और मोटल्स शामिल हैं. यादव ने महाराष्ट्र के बीएन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुसेड से ग्रेजुएशन किया था और बाद में मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए अमेरिका आए थे.
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