बेंगलुरु, 24 अप्रैल . कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने इस हमले में मारे गए 26 लोगों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताई.
मीडिया से बातचीत में गहलोत ने कहा, “यह कायराना हमला निंदनीय है. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि पीड़ित परिवारों को यह दुख सहने की शक्ति मिले.”
राज्यपाल ने कहा कि इस घटना से पूरा देश गुस्से में है और भारत सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है. केंद्र सरकार आतंकियों और पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाएगी कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.
गहलोत ने बताया कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की सुरक्षा समिति की ढाई घंटे की बैठक हुई, जिसमें कड़े फैसले लिए गए. इनमें अटारी-वाघा बॉर्डर बंद करना, पाकिस्तानी उच्चायोग को खाली करने का आदेश और सिंधु जल संधि को निलंबित करना शामिल है.
उन्होंने कहा, “ये कूटनीतिक कदम पाकिस्तान को परेशान करेंगे. अगर वह नहीं सुधरा, तो और सख्त कार्रवाई होगी.”
गहलोत ने कर्नाटक सरकार की भी सराहना की, जिसने हमले में मारे गए राज्य के लोगों के लिए सहायता पैकेज की घोषणा की और जम्मू-कश्मीर में फंसे कर्नाटक के पर्यटकों को सुरक्षित वापस लाने की व्यवस्था की.
उन्होंने कहा, “कर्नाटक सरकार का यह कदम प्रशंसनीय है. मैं उनकी त्वरित कार्रवाई से संतुष्ट हूं.”
राज्यपाल ने सुरक्षा चूक के आरोपों पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा, “जब पर्यटक स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं, तो सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता होनी चाहिए. कहीं न कहीं चूक हुई है. इसकी जांच होगी और भविष्य में ऐसी गलतियां रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे.”
उन्होंने कहा, ” भारत इस हमले का बदला जरूर लेगा. देश एकजुट है. सभी दल सरकार के साथ हैं. जनता का गुस्सा जायज है और सरकार इसे गंभीरता से ले रही है.”
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एसएचके/केआर
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