वाराणसी, 28 सितंबर . एशिया कप 2025 के फाइनल मुकाबले में Sunday को India और Pakistan की टीमें आमने-सामने होंगी. इस महामुकाबले से पहले धार्मिक नगरी काशी में क्रिकेट प्रेमियों ने भारतीय टीम की विजय के लिए विशेष हवन-पूजन का आयोजन किया. वाराणसी के रविंद्रपुरी स्थित उमाशंकर मंदिर में क्रिकेट प्रेमियों ने तिरंगे और खिलाड़ियों की तस्वीरों के साथ हवन-पूजन कर टीम इंडिया के लिए शक्ति और मनोबल की कामना की.
देशभर में जहां क्रिकेट प्रेमी दुआओं और उत्साह के साथ इस मुकाबले का इंतजार कर रहे हैं, वहीं काशी में यह अनूठा आयोजन भारतीय टीम को विजयश्री दिलाने की प्रबल इच्छा को दर्शाता है. हवन-पूजन के दौरान विशेष मंत्रोच्चारण के साथ भगवान से प्रार्थना की गई कि भारतीय टीम Pakistan पर ऐतिहासिक जीत हासिल करे.
आयोजन में शामिल अमन सोनकर ने कहा, “हमने यह हवन पूजन टीम इंडिया की जीत के लिए कराया है. टीम इंडिया का Pakistan के खिलाफ मुकाबला है. इस मैच में India ऑपरेशन सिंदूर की तरह मुंहतोड़ जवाब दे और विजयी हो, यही कामना की गई है.”
राजेश सोनकर ने कहा कि एशिया कप फाइनल को लेकर हम सभी में जबरदस्त उत्साह है. India और Pakistan का यह मुकाबला बेहद रोमांचक होने वाला है. हम चाहते हैं कि भारत, Pakistan को ऐसी करारी शिकस्त दे, जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी न की हो.
मंदिर के पुजारी ऋषि कुमार पांडे ने बताया, “हमने भगवान से प्रार्थना की है कि एशिया कप के फाइनल में भारतीय टीम विजयी हो. इसके लिए विशेष मंत्रोच्चार के साथ हवन-पूजन किया गया, ताकि टीम इंडिया को शक्ति और मनोबल प्राप्त हो.”
यह तीसरी बार होगा, जब दोनों चिर प्रतिद्वंद्वी टीमें एशिया कप 2025 में आमने-सामने होंगी. सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में टीम इंडिया ने अब तक टूर्नामेंट में अपने सभी 6 मैच जीते हैं. पिछले सुपर 4 मैच में श्रीलंका के खिलाफ सुपर ओवर में टीम इंडिया ने रोमांचक जीत हासिल की.
–
डीसीएच/
You may also like
पंजाब-हरियाणा में विजयादशमी का उत्साह, जगह-जगह रावण दहन
राजस्थान: जयपुर के कई इलाकों में बारिश, शुक्रवार के लिए अलर्ट जारी
Chanakya Niti: पति को भिखारी से राजा` बना देती है ऐसी स्त्रियां, इनसे शादी कर चमक उठता है भाग्य
ब्रिटेन: यहूदी आबादी वाले इलाके में हमला, दो लोगों की मौत, अब तक क्या-क्या पता चला है
किसी के चेहरे की कॉपी करके आपत्तिजनक वीडियो बनाने का चलन, क्या इस क़ानून के ज़रिए किया जा सकता है बचाव