जोहान्सबर्ग, 28 मई . लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में एक सर्वदलीय भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने दक्षिण अफ्रीका में भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत की, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत और एकीकृत रुख की पुष्टि की गई.
दक्षिण अफ्रीका स्थित भारतीय उच्चायोग ने एक्स हैंडल पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा, ” सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने दक्षिण अफ्रीका में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत की. उन्होंने आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ भारत की राष्ट्रीय सहमति और सामूहिक संकल्प पर जोर दिया. आतंकवाद को मिटाने के लिए भारतीय प्रवासियों ने समर्थन की सराहना की.”
प्रिटोरिया में भारतीय उच्चायोग की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल ने सीमा पार आतंकवाद के प्रति भारत की शून्य-सहिष्णुता नीति से अवगत कराया और क्षेत्रीय तनाव को बढ़ाए बिना आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए देश की प्रतिबद्धता को दोहराया.
भारतीय पक्ष ने सीमापार आतंकवाद के प्रति नई दिल्ली की “जीरो टॉलरेंस नीति” पर जोर दिया और बताया कि “ऑपरेशन सिंदूर सुनियोजित, लक्षित और आनुपातिक था, जो तनाव बढ़ाए बिना आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दिखाता है.”
प्रतिनिधिमंडल ने समुदाय को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में जानकारी दी, जो एक आतंकवादी घटना के लिए भारत की हाल की संतुलित प्रतिक्रिया है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए देश के दृढ़ लेकिन संतुलित नजरिए को दिखाती है.
सांसदों ने भारत के खिलाफ दशकों से इस्तेमाल किए जा रहे आतंकवादी ढांचे को खत्म करने के महत्व पर जोर दिया और आतंकवादियों और उनके प्रायोजकों के बीच अंतर करने के वैश्विक अंत का आह्वान किया.
यात्रा के पहले दिन प्रतिनिधिमंडल का स्वागत उच्चायुक्त प्रभात कुमार ने किया और उन्हें भारत-दक्षिण अफ्रीका द्विपक्षीय संबंधों और आगामी कार्यक्रमों के प्रमुख आयामों के बारे में जानकारी दी.
प्रतिनिधिमंडल 28 मई (बुधवार) को केप टाउन में अपनी दक्षिण अफ्रीका यात्रा जारी रखेगा, जहां दक्षिण अफ्रीकी संसद के सदस्यों और सरकारी मंत्रियों के साथ बैठकें करने की योजना है.
प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसद शामिल हैं. इसमें लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले, राजीव प्रताप रूडी, विक्रमजीत सिंह साहनी, मनीष तिवारी, अनुराग सिंह ठाकुर, लवू श्री कृष्ण देवरायलु, आनंद शर्मा (पूर्व वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री), वी. मुरलीधरन (पूर्व विदेश राज्य मंत्री) और सैयद अकबरुद्दीन (संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि) हैं.
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एमटी/केआर
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