नई दिल्ली, 10 मई . पाकिस्तान ने शनिवार को कुछ समय के लिए अपने हवाई क्षेत्र को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है. इससे पहले, भारत ने उस पर ड्रोन हमलों के दौरान वाणिज्यिक उड़ानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था.
नोटिस टू एयरमेन (नोटम) के माध्यम से अधिसूचित यह फैसला परमाणु हथियारों से लैस भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण लिया गया है.
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह कदम भारत की उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर रात भर तीव्र ड्रोन गतिविधि के बाद उठाया गया है, जब उत्तर में बारामूला से लेकर दक्षिण में भुज तक स्थित अंतर्राष्ट्रीय सीमा के 26 स्थानों पर पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए थे.
मंत्रालय ने कहा कि इनमें सशस्त्र ड्रोन भी शामिल थे, जो नागरिक और सैन्य ठिकानों के लिए खतरा बन सकते थे.
जिन स्थानों को निशाना बनाने की कोशिश की गई, उनमें बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, लालगढ़ जट्टा, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज, कुआरबेट और लखी नाला शामिल थे.
इनमें से कई स्थानों पर महत्वपूर्ण हवाई अड्डे, अग्रिम सैन्य ठिकाने और नागरिक उड्डयन सुविधाएं शामिल थीं. भारत ने सभी हमलों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया.
भारत ने पाकिस्तान पर ड्रोन और मिसाइल अभियानों के दौरान हवाई क्षेत्र खुला रखकर अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात को खतरे में डालने का आरोप लगाया.
कर्नल सोफिया कुरैशी ने शुक्रवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “पाकिस्तान नागरिक विमानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है, यह अच्छी तरह से जानते हुए कि भारत पर उसके हमले से हवाई रक्षा प्रतिक्रिया होगी. यह उन नागरिक विमानों के लिए सुरक्षित नहीं है, जिनमें भारत-पाकिस्तान सीमा के पास उड़ान भरने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी शामिल हैं.”
पाकिस्तान ने 8 और 9 मई की रात को 300 से 400 ड्रोन तैनात किए, जिन्हें प्रारंभिक रूप से तुर्किये निर्मित अस्सिगार्ड सोंगर मॉडल बताया गया. इनमें से कई को बैरक-8, एस-400 ट्रायम्फ मिसाइल रक्षा प्रणालियों, आकाश एसएएम और स्वदेशी ड्रोन-रोधी तकनीकों का इस्तेमाल करके रोका गया.
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ब्रीफिंग में कहा, “इसका आकार बताता है कि यह हमारी तत्परता को परखने के लिए जानबूझकर किया गया सैन्य प्रयास था. हमने उसी अनुपात में जवाब दिया.”
लक्षित स्थानों में श्रीनगर हवाई अड्डा, अवंतीपोरा एयरबेस, नगरोटा, जम्मू, पठानकोट, फाजिल्का और जैसलमेर शामिल थे.
फिरोजपुर में, एक नागरिक क्षेत्र पर ड्रोन हमले में एक स्थानीय परिवार के तीन सदस्य घायल हो गए. किसी भी भारतीय सैन्य प्रतिष्ठान को नुकसान नहीं पहुंचा.
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एफएम/केआर
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