चिक्काबल्लापुर (कर्नाटक), 10 मई . कर्नाटक के चिक्काबल्लापुर जिले में शनिवार को भारी बारिश के बीच शहीद अग्निवीर एम. मुरली नाइक (25) को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए भारी भीड़ उमड़ी.
मुरली नाइक शुक्रवार की सुबह नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी और गोलीबारी के दौरान घायल हो गए. वे कर्नाटक सीमा के पास आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साईं जिले के गोरंटला के पास कल्लिकोंडा गांव के रहने वाले थे.
शनिवार की सुबह उनके पार्थिव शरीर को जम्मू से नई दिल्ली होते हुए बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ले जाया गया. शव को उनके पैतृक गांव ले जाने से पहले भारतीय सशस्त्र बलों के जवानों ने हवाई अड्डे पर उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी. शहीद के पार्थिव शरीर को हजारों लोग श्रद्धांजलि देने के लिए राजमार्ग पर खड़े नजर आए.
बारिश के बावजूद लोग हाथ में माला, तख्तियां और फूल लेकर शहीद सैनिक के सम्मान में खड़े थे. भारी भीड़ के कारण यातायात को सुचारू करने के लिए मौके पर पुलिस तैनात की गई थी. अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के साथ-साथ युवा भी मुरली नाइक को श्रद्धांजलि देने के लिए मौजूद थे.
जब सेना की वैन और एंबुलेंस गुजरी, तो भीड़ ने भारतीय सेना और मुरली नाइक के समर्थन में “भारत माता की जय”, “वंदे मातरम” और “मुरली नाइक अमर रहे” के नारे लगाए. उनके पार्थिव शरीर को ले जा रहे वाहन को कुछ देर के लिए रोका गया ताकि लोग उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दे सकें.
लोगों ने मुरली नाइक के परिवार के सदस्यों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया, जो पार्थिव शरीर के साथ थे.
मुरली नाइक दिसंबर 2022 में सेना में शामिल हुए और 851 लाइट रेजिमेंट में थे. उनके माता-पिता, मुदवथ श्रीराम और ज्योति बाई, मुंबई में मजदूर के रूप में काम करते थे. वे अपने इकलौते बेटे मुरली के सेना में भर्ती होने के बाद अपने गांव लौट आए. वह आखिरी बार 6 जनवरी को 15 दिन की छुट्टी पर घर आया था.
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एकेएस/एकेजे
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