भारतीय सिनेमा की उत्कृष्ट कृतियों का जश्न मनाते हुए 71वीं राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह 23 सितंबर को विज्ञान भवन में आयोजित हुआ, जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विजेताओं को सम्मानित किया। 2023 की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों पर आधारित यह आयोजन विविधता और प्रतिभा का प्रतीक बना, जिसमें बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान को ‘जवान’ के लिए पहला सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार मिला, जो उनके 33 वर्षों के करियर का मील का पत्थर है।
शाहरुख ने विक्रांत मासी के साथ पुरस्कार साझा किया, जिन्हें ’12वीं फेल’ के लिए सम्मानित किया गया। विद्या विनोद चोपड़ा की ’12वीं फेल’ को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म चुना गया, जबकि रानी मुखर्जी को ‘मिसेज चैटर्जी बनाम नॉर्वे’ के लिए पहला सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार मिला। मलयालम दिग्गज मोहनलाल को दादासाहेब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया, जिसे प्राप्त कर उन्होंने मलयालम सिनेमा को समर्पित किया।
समारोह में दक्षिण भारतीय सिनेमा की मजबूती झलकी: ‘हनुमान’ को सर्वश्रेष्ठ एवीजीसी फिल्म, ‘उलोजुखु’ सर्वश्रेष्ठ मलयालम फिल्म, और ‘भगवंत केसरी’ सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्म चुनी गई। ‘द कर्नल स्टोरी’ के सुदिप्तो सेन को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक और ‘पार्किंग’ को सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म का पुरस्कार मिला।
पूर्ण विजेताओं की सूची (फीचर फिल्में):
– दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड: मोहनलाल
– सर्वश्रेष्ठ अभिनेता: शाहरुख खान (‘जवान’), विक्रांत मासी (’12वीं फेल’)
– सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री: रानी मुखर्जी (‘मिसेज चैटर्जी बनाम नॉर्वे’)
– सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता: उर्वशी (‘उलोजुखु’), जानकी बोदीवाला (‘वश’), विजयराघवन (‘पूक्कालम’), मुथुपेट्टाई सोमु भास्कर (‘पार्किंग’)
– सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार: सुकृति बांदिरेड्डी (‘गांधी थाथा चेट्टू’), कबीर खंडारे (‘जिप्सी’), त्रीशा तोशर, श्रीनिवास पोकले, भार्गव (‘नाल 2′)
– सर्वश्रेष्ठ फिल्म: ’12वीं फेल’
– सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म: ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’
– सर्वश्रेष्ठ निर्देशक: सुदिप्तो सेन (‘द कर्नल स्टोरी’)
– सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन: जीवी प्रकाश कुमार (‘वाथी’), हर्षवर्धन रमेश्वर (‘एनिमल’)
– सर्वश्रेष्ठ गीत: कसर्ला श्याम (‘ओरु पलेटुरु’ – ‘बलागम’)
– सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी: वैभवी मर्चेंट (‘दिन ढोरा बाजे रे’ – ‘रॉकी और रानी…’)
– सर्वश्रेष्ठ सिनेमेटोग्राफी: प्रशांतनु मोहपात्रा (‘द कर्नल स्टोरी’)
– सर्वश्रेष्ठ एक्शन निर्देशन: नंदू-प्रुध्वी (‘हनुमान’)
– सर्वश्रेष्ठ क्षेत्रीय फिल्में: ताई फाके – ‘पाई तांग…’, गारो – ‘रिमडोट्टियंगा’, तेलुगु – ‘भगवंत केसरी’, तमिल – ‘पार्किंग’, पंजाबी – ‘गॉड्डे गॉड्डे चा’, ओड़िया – ‘पुष्कर’, मराठी – ‘श्यामची आई’, मलयालम – ‘उलोजुखु’, कन्नड़ – ‘कंदेलु’, हिंदी – ‘कठल’, गुजराती – ‘वश’, बंगाली – ‘डीप फ्रिज’, असमिया – ‘रोंगाटापू 1982’
नॉन-फीचर फिल्में:
– सर्वश्रेष्ठ शॉर्ट फिल्म: ‘गिद्ध: द स्कैवेंजर’
– सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री: ‘गॉड वल्चर एंड ह्यूमन’
– सर्वश्रेष्ठ निर्देशक: पीयूष ठाकुर (‘द फर्स्ट फिल्म’)
– सर्वश्रेष्ठ डेब्यू: ‘द स्पिरिट ड्रीम्स ऑफ चेराव’
यह समारोह भारतीय सिनेमा की बहुलता को दर्शाता है, जहां बॉलीवुड से लेकर क्षेत्रीय फिल्मों तक सभी को मान्यता मिली। शाहरुख ने कहा, “यह सम्मान मेरे प्रशंसकों की जीत है।” मोहनलाल ने मलयालम उद्योग को श्रेय दिया। आयोजन डीडी न्यूज पर लाइव प्रसारित हुआ, जो सिनेमा प्रेमियों के लिए यादगार रहा।
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