अगर आपके पास कार है और आप फास्टैग का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्तवपूर्ण है। देशभर में सरकार ने कार मालिकों के लिए एक नया नियम लागू किया है, जिसे केवाईवी ( KYV ) यानी 'नो योर वीकल' कहा जा रहा है। इसका मतलब है कि अपनी वीकल को जानें। यह नियम इसलिए जरूरी हो जाता है क्योंकि अगर आपने 31 अक्टूबर से पहले अपना केवाईवी वेरिफिकेशन पूरा नहीं किया, तो आपका फास्टैग डिएक्टिवेट हो जाएगा। आइए आपको इसके बारे में सभी जरूरी जानकारी देते हैं हैं कि यह नियम क्या है और इसे क्यों लाया गया है।
KYV क्या है? केवाईवी में आपको फास्टैग को अपनी कार से सही ढंग से लिंक करना होगा। यह एक अनिवार्य प्रक्रिया है जिसके तहत सभी फास्टैग यूजर्स को यह साबित करना होगा कि उनका फास्टैग सही वीकल से जुड़ा हुआ है। आपको अपनी गाड़ी का फोटो और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) अपलोड करना होगा, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि फास्टैग सही कार से जुड़ा है, न कि किसी और गाड़ी या ट्रक द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है।
यह काम देशभर में सभी कार मालिकों को 31 अक्टूबर तक पूरा करना होगा, अगर वे अपने फास्टैग का इस्तेमाल जारी रखना चाहते हैं तो। यह कदम टोल वसूली में होने वाले दुरुपयोग को रोकने और पारदर्शिता बढ़ाने के मकसद से उठाया गया है।
KYV पूरा न होने पर क्या होगा?1 नवंबर 2024 से KYV को सभी फास्टैग यूजर्स के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। नए नियमों के मुताबिक कवाईवी वेरिफिकेशन पूरा न करने पर फास्टैग डिएक्टिवेट हो जाएंगे। ऐसे में कार मालिकों को टोल प्लाजा पर नकद भुगतान करना होगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस अनिवार्यता के बारे में नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) को सूचित कर दिया है, जो फास्टैग टोल भुगतानों से संबंधित वित्तीय लेनदेन की देखरेख करता है।
क्यों लाया गया KYV?इसे फास्टैग के दुरुपयोग को कम करने के लिए लाया गया है। कई बार लोग विंडशील्ड पर लगाने के बजाय फास्टैग को जेब या पर्स में रखते थे। इसके अलावा कम टोल टैक्स देने के लिए कार के फास्टैग का इस्तेमाल ट्रकों पर किए जाने के मामले भी सामने आए थे। केवाईवी के जरिए इस तरह के दुरुपयोग को रोका जा सकेगा, क्योंकि हर वाहन का एक अलग फास्टैग होगा।
कैसे होगा KYV वेरिफिकेशन केवाईवी वेरिफिकेशन सभी फास्टैग यूजर्स के लिए अनिवार्य है, भले ही इसे किसी भी बैंक या पेमेंट ऐप से जारी किया गया हो। इसके लिए आपको गाड़ी के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) को अपलोड करना होगा। इसके अलावा आपको वीकल के लिए सामने और साइड की फोटो अपलोड करनी होगी, जिसमें फास्टैग और नंबर प्लेट स्पष्ट दिख रही हो। साथ ही यह प्रक्रिया आपको हर तीन में दोहरानी होगी।
KYV क्या है? केवाईवी में आपको फास्टैग को अपनी कार से सही ढंग से लिंक करना होगा। यह एक अनिवार्य प्रक्रिया है जिसके तहत सभी फास्टैग यूजर्स को यह साबित करना होगा कि उनका फास्टैग सही वीकल से जुड़ा हुआ है। आपको अपनी गाड़ी का फोटो और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) अपलोड करना होगा, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि फास्टैग सही कार से जुड़ा है, न कि किसी और गाड़ी या ट्रक द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है।
यह काम देशभर में सभी कार मालिकों को 31 अक्टूबर तक पूरा करना होगा, अगर वे अपने फास्टैग का इस्तेमाल जारी रखना चाहते हैं तो। यह कदम टोल वसूली में होने वाले दुरुपयोग को रोकने और पारदर्शिता बढ़ाने के मकसद से उठाया गया है।
KYV पूरा न होने पर क्या होगा?1 नवंबर 2024 से KYV को सभी फास्टैग यूजर्स के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। नए नियमों के मुताबिक कवाईवी वेरिफिकेशन पूरा न करने पर फास्टैग डिएक्टिवेट हो जाएंगे। ऐसे में कार मालिकों को टोल प्लाजा पर नकद भुगतान करना होगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस अनिवार्यता के बारे में नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) को सूचित कर दिया है, जो फास्टैग टोल भुगतानों से संबंधित वित्तीय लेनदेन की देखरेख करता है।
क्यों लाया गया KYV?इसे फास्टैग के दुरुपयोग को कम करने के लिए लाया गया है। कई बार लोग विंडशील्ड पर लगाने के बजाय फास्टैग को जेब या पर्स में रखते थे। इसके अलावा कम टोल टैक्स देने के लिए कार के फास्टैग का इस्तेमाल ट्रकों पर किए जाने के मामले भी सामने आए थे। केवाईवी के जरिए इस तरह के दुरुपयोग को रोका जा सकेगा, क्योंकि हर वाहन का एक अलग फास्टैग होगा।
कैसे होगा KYV वेरिफिकेशन केवाईवी वेरिफिकेशन सभी फास्टैग यूजर्स के लिए अनिवार्य है, भले ही इसे किसी भी बैंक या पेमेंट ऐप से जारी किया गया हो। इसके लिए आपको गाड़ी के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) को अपलोड करना होगा। इसके अलावा आपको वीकल के लिए सामने और साइड की फोटो अपलोड करनी होगी, जिसमें फास्टैग और नंबर प्लेट स्पष्ट दिख रही हो। साथ ही यह प्रक्रिया आपको हर तीन में दोहरानी होगी।
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