Royal Enfield Himalayan Odyssey 2025 All Details: बाइक से पहाड़ और दुर्गम रास्तों का नापने का ख्वाब देखने वालों के लिए बड़ी खबर आई है। जी हां, मौका है रॉयल एनफील्ड के पॉपुलर ट्रैवल एक्सपीडिशन हिमालयन ओडिसी का, जिसका इस साल 21वां एडिशन 28 जून 2025 से शुरू हो रहा है। यह राइड 18 दिनों तक चलेगी। इसके लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है। आप रॉयल एनफील्ड की वेबसाइट पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इसमें 70 राइडर्स हिमालय के दुर्गम इलाकों, लद्दाख, स्पीति और जंस्कार से गुजरेंगे। राइडर्स दुनिया के सबसे ऊंचे मोटर वाहन चलाने योग्य दर्रे उमलिंग ला को भी पार करेंगे। पर्यावरण के प्रति जागरूक करने की पहलदरअसल, रॉयल एनफील्ड हिमालयन ओडिसी का मकसद राइडर्स को रोमांच के साथ पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाना है। रॉयल एनफील्ड का #LeaveEveryPlaceBetter मेसेज इस एपिक जर्नी को और भी खास बनाता है। साथ ही यह बाइक जर्नी सपने पूरे करने जैसी है, क्योंकि लाखों लोग अपने घर में खुली और बंद आंखों से पहाड़ को बाइक से नापने का सपना हर दिन देखते रहते हैं। 18 दिनों की राइडरॉयल एनफील्ड हिमालयन ओडिसी 2025 में दुनियाभर से 70 राइडर्स हिस्सा लेंगे। यह 18 दिनों की राइड है और इसमें 2,600 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। हिमालयन ओडिसी में सभी तरह के राइडर्स हिस्सा ले सकते हैं। काफी सारे लोग मोटरसाइकल चालक के रूप में जर्नी शुरू करते हैं और एडवेंचरर के रूप में वापस आते हैं।
28 जून से राइड शुरूहिमालयन ओडिसी 2025 राइड 28 जून 2025 को शुरू होगी। राइडर्स मुश्किल रास्तों, सुंदर पहाड़ी मोड़ों, चिकनी सड़कों, धूल भरे रास्तों और रोमांचक पानी के क्रॉसिंग को पार करेंगे। यह सब हिमालय में होगा। चाहे आप टीम स्पीति का हिस्सा हों या टीम जंस्कार का, हर प्रतिभागी को दुनिया के कुछ सबसे ऊंचे मोटर वाहन चलाने योग्य पहाड़ी दर्रों को मोटरसाइकल पर पार करने का रोमांच मिलेगा। हिमालयन ओडिसी रास्ते में हर तरह की मदद (लॉजिस्टिकल, मैकेनिकल और मेडिकल) देगा। इससे राइडर्स बिना किसी चिंता के राइड कर सकते हैं। अनोखे रूट्स पर बाइक चलाने का मजाहिमालयन ओडिसी में इस साल का रूट सरचू से होकर गुजरेगा। सरचू अपने तारों भरे आसमान के लिए जाना जाता है। यह रूट पदुम से भी गुजरेगा, जो जंस्कार में है। पदुम एक सांस्कृतिक रत्न है और बर्फ से ढकी चोटियों से घिरा हुआ है। यह रूट काजा से भी गुजरेगा, जो स्पीति में है। काजा में कोमिक गांव है, जो एशिया का सबसे ऊंचा गांव है। रॉयल एनफील्ड का कहना है कि वे हमेशा पर्यावरण के लिए काम करेंगे। इससे लोकल इकोसिस्टम को बचाया जा सकता है। इसमें कचरा कम करना, प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करना और स्थानीय पहलों का समर्थन करना शामिल है।

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