अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रंप के भारत पर 50% टैरिफ लगाने के ऐलान के बीच खबर आई है कि ऐपल अमेरिका में 100 अरब डॉलर का निवेश करेगा। इस निवेश के जरिए ऐपल के सीईओ टिम कुक ने जहां अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग को और मजबूत बनाने का संदेश दिया है, वहीं ऐपल के कोर प्रोडक्ट्स जैसे कि आईफोन, आईपैड और मैकबुक्स को भारत पर लगे टैरिफ से बाहर रखने में कामियाब भी हुए हैं। इस निवेश की वजह से ऐपल की आने वाली iPhone 17 सीरीज भारत पर लगे टैरिफ के बोझ से तो बच जाएगी, लेकिन इसका भारत पर क्या असर पड़ेगा?
ऐपल ने अमेरिका में किया कितना निवेशऐपल ने हाल ही में अमेरिका में 100 अरब डॉलर के और निवेश का ऐलान किया है। इससे पहले ऐपल ने कहा था कि वह अगले चार सालों में अमेरिका में कुल 500 अरब डॉलर खर्च करेगा। यह पैसा अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग को मजबूत बनाने के लिए खर्च किया क्या जाएगा। 100 अरब डॉलर के ताजा बयान के बाद ऐपल का अमेरिका में कुल निवेश 600 अरब डॉलर का हो गया है। इसके लिए ऐपल ने एक अलग AMP यानी कि अमेरिकन मैन्युफैक्चरिंग प्रोग्राम शुरू किया है। इसके तहत एप्पल अब कुछ मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स अमेरिका में शिफ्ट करेगा। इस प्रोग्राम के तहत अब Corning, Samsung, Texas Instruments जैसी कंपनियां ऐपल के साथ मिलकर अमेरिका में काम करेंगी।
अमेरिका में कहां फैक्ट्रियां लगा रहा ऐपल?इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार ऐपल केंटकी में एक बड़ी फैक्ट्री बनाने जा रहा है जहां iPhone और Apple Watch के लिए ग्लास तैयार होगा। इसके अलावा कैलिफोर्निया में rare earth धातुओं को रिसायकल करने का सेंटर भी खोलने की तैयारी है। ऐसे में अगर ऐपल धीरे-धीरे अपने बिजनेस को अमेरिका में शिफ्ट करने लगता है, तो यह भारत के लिए चिंता की बात हो सकती है।
ऐपल के अमेरिका में निवेश का भारत पर असर?फिलहाल भारत, ऐपल के लिए iPhone असेंबल करने का एक बड़ा केंद्र है। यहां तैयार होने वाले iPhone अमेरिका के साथ-साथ और भी देशों में भेजे जाते हैं। इसे लेकर टिम कुक खुद भी बयान दे चुके हैं कि अमेरिका में बिकने वाले ज्यादातर iPhone भारत में बने होंगे। 2025 के शुरूआती 5 महीनों में अमेरिका में बिकने वाले 36% iPhone भारत से गए थे। 2024 में यही आंकड़ा सिर्फ 11% था। एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर ऐपल की मैन्युफैक्चरिंग अमेरिका में बढ़ती है, तो भारत को इसका नुकसान हो सकता है। फिलहाल भले ऐपल प्रोडक्ट्स को टैरिफ की मार से अलग रखा गया हो लेकिन ट्रंप ने 25% टैरिफ लगाने की चेतावनी अभी भी दी हुई है। ऐसे में भारत को इस टैरिफ से निपटने का जल्द कोई रास्ता निकालना होगा वरना भविष्य में इसका खामियाजा भारत में होने वाली iPhone मैन्युफैक्चरिंग को उठाना पड़ सकता है।
ऐपल ने अमेरिका में किया कितना निवेशऐपल ने हाल ही में अमेरिका में 100 अरब डॉलर के और निवेश का ऐलान किया है। इससे पहले ऐपल ने कहा था कि वह अगले चार सालों में अमेरिका में कुल 500 अरब डॉलर खर्च करेगा। यह पैसा अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग को मजबूत बनाने के लिए खर्च किया क्या जाएगा। 100 अरब डॉलर के ताजा बयान के बाद ऐपल का अमेरिका में कुल निवेश 600 अरब डॉलर का हो गया है। इसके लिए ऐपल ने एक अलग AMP यानी कि अमेरिकन मैन्युफैक्चरिंग प्रोग्राम शुरू किया है। इसके तहत एप्पल अब कुछ मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स अमेरिका में शिफ्ट करेगा। इस प्रोग्राम के तहत अब Corning, Samsung, Texas Instruments जैसी कंपनियां ऐपल के साथ मिलकर अमेरिका में काम करेंगी।
अमेरिका में कहां फैक्ट्रियां लगा रहा ऐपल?इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार ऐपल केंटकी में एक बड़ी फैक्ट्री बनाने जा रहा है जहां iPhone और Apple Watch के लिए ग्लास तैयार होगा। इसके अलावा कैलिफोर्निया में rare earth धातुओं को रिसायकल करने का सेंटर भी खोलने की तैयारी है। ऐसे में अगर ऐपल धीरे-धीरे अपने बिजनेस को अमेरिका में शिफ्ट करने लगता है, तो यह भारत के लिए चिंता की बात हो सकती है।
ऐपल के अमेरिका में निवेश का भारत पर असर?फिलहाल भारत, ऐपल के लिए iPhone असेंबल करने का एक बड़ा केंद्र है। यहां तैयार होने वाले iPhone अमेरिका के साथ-साथ और भी देशों में भेजे जाते हैं। इसे लेकर टिम कुक खुद भी बयान दे चुके हैं कि अमेरिका में बिकने वाले ज्यादातर iPhone भारत में बने होंगे। 2025 के शुरूआती 5 महीनों में अमेरिका में बिकने वाले 36% iPhone भारत से गए थे। 2024 में यही आंकड़ा सिर्फ 11% था। एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर ऐपल की मैन्युफैक्चरिंग अमेरिका में बढ़ती है, तो भारत को इसका नुकसान हो सकता है। फिलहाल भले ऐपल प्रोडक्ट्स को टैरिफ की मार से अलग रखा गया हो लेकिन ट्रंप ने 25% टैरिफ लगाने की चेतावनी अभी भी दी हुई है। ऐसे में भारत को इस टैरिफ से निपटने का जल्द कोई रास्ता निकालना होगा वरना भविष्य में इसका खामियाजा भारत में होने वाली iPhone मैन्युफैक्चरिंग को उठाना पड़ सकता है।
You may also like
राहुल गांधी के दावे गंभीर, इसकी जांच होनी चाहिए: अबू आजमी
इजराइल की सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा शहर पर नियंत्रण करने की योजना को मंजूरी दी
Oversleeping Health Risks : सुबह देर से उठने की आदत छोड़ दें, वरना हो जाएंगे इन 5 बीमारियों के शिकार
नींबू के अनगिनत फायदे जाने इस आर्टिकल में
Health Benefits of Walking : टहलने का सही समय और तरीका जानें, मिलेगा जबरदस्त एनर्जी और फिटनेस