नई दिल्ली: एशिया कप 2025 के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की घोषणा कर दी गई है। टीम इंडिया का टूर्नामेंट में पहला मैच 10 सितंबर को होगा। चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर ने टीम में युवा और अनुभव दोनों का मिश्रण रखा है। इस टीम में कुछ ऐसे भी खिलाड़ी थे, जिनकी जगह बन सकती थी, लेकिन चोट और टीम संयोजन के कारण उन्हें मौका नहीं मिल पाया। ऐसे में एशिया कप 2025 में जिन खिलाड़ियों को जगह मिली है उनके लिए खुद को साबित करने का एक बेहतरीन मौका है।
ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं संजू सैमसन। संजू को टीम इंडिया के लिए मुख्य विकेटकीपर के तौर पर एशिया कप में चुना गया है। उनके बैकअप के तौर पर जितेश को भी स्क्वाड में रखा गया है। यही वजह है कि संजू के लिए एशिया कप बहुत अहम रहने वाला है। संजू सैमसन अगर इस टूर्नामेंट में फेल होते हैं तो फिर टीम इंडिया में उनकी राह काफी मुश्किल हो जाएगी। क्योंकि उनकी जगह लेने के लिए कई और विकेटकीपर बल्लेबाज तैयार बैठे हैं।
संजू के लिए क्यों जरूरी है एशिया कप
संजू सैमसन के लिए एशिया कप एक तरह से लिटमस टेस्ट की तरह है। इसमें कोई शक नहीं है कि संजू एक प्रतिभावान खिलाड़ी हैं, लेकिन उनका हालिया फॉर्म कुछ खास नहीं रहा है। दूसरी तरफ इंग्लैंड दौरे पर चोटिल होने के कारण ऋषभ पंत एशिया कप के लिए उपलब्ध नहीं थे, अगर वो फिट होते तो निश्चित तौर पर टीम में उनकी जगह बनती।
ऋषभ पंत अगर टीम में होते तो फिर संजू मुख्य विकेटकीपर की भूमिका में शायद नहीं दिखते। ऐसे में संजू को सिर्फ एक बल्लेबाज के तौर पर प्लेइंग इलेवन में मौका मिलता। यही कारण है कि संजू के पास एशिया कप में खुद को और बेहतर करने का एक शानदार मौका है। संजू इस टूर्नामेंट में रन बनाने के साथ-साथ अच्छी विकेटकीपिंग करते हैं तो चयनकर्ता आगे की सीरीज के लिए उन्हें चुनने के लिए मजबूर होंगे। अगर वह फेल होते हैं तो उनकी जगह लेने के लिए पंत, ईशान किशन और जितेश शर्मा जैसे खिलाड़ी तैयार हैं।
ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं संजू सैमसन। संजू को टीम इंडिया के लिए मुख्य विकेटकीपर के तौर पर एशिया कप में चुना गया है। उनके बैकअप के तौर पर जितेश को भी स्क्वाड में रखा गया है। यही वजह है कि संजू के लिए एशिया कप बहुत अहम रहने वाला है। संजू सैमसन अगर इस टूर्नामेंट में फेल होते हैं तो फिर टीम इंडिया में उनकी राह काफी मुश्किल हो जाएगी। क्योंकि उनकी जगह लेने के लिए कई और विकेटकीपर बल्लेबाज तैयार बैठे हैं।
संजू के लिए क्यों जरूरी है एशिया कप
संजू सैमसन के लिए एशिया कप एक तरह से लिटमस टेस्ट की तरह है। इसमें कोई शक नहीं है कि संजू एक प्रतिभावान खिलाड़ी हैं, लेकिन उनका हालिया फॉर्म कुछ खास नहीं रहा है। दूसरी तरफ इंग्लैंड दौरे पर चोटिल होने के कारण ऋषभ पंत एशिया कप के लिए उपलब्ध नहीं थे, अगर वो फिट होते तो निश्चित तौर पर टीम में उनकी जगह बनती।
ऋषभ पंत अगर टीम में होते तो फिर संजू मुख्य विकेटकीपर की भूमिका में शायद नहीं दिखते। ऐसे में संजू को सिर्फ एक बल्लेबाज के तौर पर प्लेइंग इलेवन में मौका मिलता। यही कारण है कि संजू के पास एशिया कप में खुद को और बेहतर करने का एक शानदार मौका है। संजू इस टूर्नामेंट में रन बनाने के साथ-साथ अच्छी विकेटकीपिंग करते हैं तो चयनकर्ता आगे की सीरीज के लिए उन्हें चुनने के लिए मजबूर होंगे। अगर वह फेल होते हैं तो उनकी जगह लेने के लिए पंत, ईशान किशन और जितेश शर्मा जैसे खिलाड़ी तैयार हैं।
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