पटना: बिहार में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। एक तरफ पटना और आसपास के इलाकों में उमस भरी गर्मी लोगों को बेहाल कर रही है, वहीं दूसरी ओर कई जिलों में बारिश और वज्रपात की चेतावनी ने चिंता बढ़ा दी है। मौसम विभाग (IMD पटना) ने गुरुवार सुबह कई जिलों में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही राज्य की प्रमुख नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है, जिससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
इन जिलों में बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट
गुरुवार सुबह मौसम विभाग ने रोहतास, औरंगाबाद, वैशाली, पटना, अरवल, जहानाबाद, नालंदा, सारण और गया में येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, भोजपुर, गया, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद और रोहतास में तीन घंटे के भीतर बारिश और बिजली गिरने की आशंका के मद्देनज़र ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। विभाग ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और सतर्क रहने की सलाह दी है।
पटना में गर्मी से हाल बेहाल, मोतिहारी सबसे गर्म
राज्य के कई हिस्सों में पारा चढ़ा हुआ है। पटना में अधिकतम तापमान 37.3°C, पूर्णिया में 37.2°C और दरभंगा में 37.6°C दर्ज किया गया। वहीं मोतिहारी में सबसे अधिक 38.2°C तापमान दर्ज हुआ। उमस की वजह से रात में भी लोगों को राहत नहीं मिल रही है।
नदियों का उफान, बाढ़ का खतरा बढ़ा
गंगा और कोसी समेत कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है। कोसी बराज के 24 गेट खोल दिए गए हैं ताकि पानी के दबाव को कम किया जा सके। पटना के कई घाटों पर भी पानी खतरे के निशान के पास पहुंच गया है। निचले इलाकों में पानी भरने लगा है, जिसके चलते लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
इन जिलों में बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट
गुरुवार सुबह मौसम विभाग ने रोहतास, औरंगाबाद, वैशाली, पटना, अरवल, जहानाबाद, नालंदा, सारण और गया में येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, भोजपुर, गया, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद और रोहतास में तीन घंटे के भीतर बारिश और बिजली गिरने की आशंका के मद्देनज़र ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। विभाग ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और सतर्क रहने की सलाह दी है।
पटना में गर्मी से हाल बेहाल, मोतिहारी सबसे गर्म
राज्य के कई हिस्सों में पारा चढ़ा हुआ है। पटना में अधिकतम तापमान 37.3°C, पूर्णिया में 37.2°C और दरभंगा में 37.6°C दर्ज किया गया। वहीं मोतिहारी में सबसे अधिक 38.2°C तापमान दर्ज हुआ। उमस की वजह से रात में भी लोगों को राहत नहीं मिल रही है।
नदियों का उफान, बाढ़ का खतरा बढ़ा
गंगा और कोसी समेत कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है। कोसी बराज के 24 गेट खोल दिए गए हैं ताकि पानी के दबाव को कम किया जा सके। पटना के कई घाटों पर भी पानी खतरे के निशान के पास पहुंच गया है। निचले इलाकों में पानी भरने लगा है, जिसके चलते लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
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