बेंगलुरु: कर्नाटक पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता कल्लाडका प्रभाकर भट के खिलाफ एक विवादास्पद भाषण देने के आरोप में मामला दर्ज किया है। भट पर आरोप है कि उन्होंने अपने भाषण में समुदायों के बीच दुश्मनी फैलाने, धार्मिक भावनाओं को भड़काने और महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले बयान दिए। यह भाषण 20 अक्टूबर को दक्षिण कन्नड़ जिले के पुत्तूर के पास एक कार्यक्रम में दिया गया था, जिसके बाद 25 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज की गई।
शिकायतकर्ता ने लगाए ये आरोप
शिकायतकर्ता ईश्वरी पद्मजा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि भट ने अपने भाषण में महिलाओं और अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ अपमानजनक और भड़काऊ टिप्पणियां कीं। उन्होंने पुलिस को सौंपे गए बयान में कहा कि भट ने हिंदू महिलाओं पर कहा कि जब एक हिंदू महिला तीन बच्चे पैदा करती है तो उसे समाज में ताना मारा जाता है कि वह कुत्तों की तरह बच्चे पैदा कर रही है, लेकिन जब एक मुस्लिम महिला सात बच्चे पैदा करती है तो कोई कुछ नहीं कहता। भट ने आगे कहा कि आज कई हिंदू महिलाएं बच्चे नहीं चाहतीं, जिससे समाज में जनसंख्या असंतुलन बढ़ रहा है। उन्होंने हिंदू महिलाओं से कम से कम तीन बच्चे पैदा करने की अपील करते हुए कहा कि अगर हम बच्चे नहीं पैदा करेंगे तो मंदिरों में कौन जाएगा?
पुलिस ने दर्ज किया मामला
भट के भाषण का एक और हिस्सा भी विवाद में आया है, जिसमें उन्होंने एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए कहा कि 46-47 साल की एक मुस्लिम महिला 13 बच्चों की मां थी और एक और बच्चे के साथ गर्भवती थी। इस टिप्पणी को शिकायतकर्ता ने धार्मिक आधार पर नफरत फैलाने वाला बताया। पुलिस ने इस मामले में प्रभाकर भट और कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिताकी धारा 79, 196, 299, 302 और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है। ये धाराएं महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने, विभिन्न धर्मों के बीच वैमनस्य फैलाने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने से जुड़ी हैं। पुलिस ने भट को 30 अक्टूबर को पूछताछ के लिए तलब किया है। हालांकि, अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान भाषण के वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग का विश्लेषण किया जा रहा है।
शिकायतकर्ता ने लगाए ये आरोप
शिकायतकर्ता ईश्वरी पद्मजा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि भट ने अपने भाषण में महिलाओं और अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ अपमानजनक और भड़काऊ टिप्पणियां कीं। उन्होंने पुलिस को सौंपे गए बयान में कहा कि भट ने हिंदू महिलाओं पर कहा कि जब एक हिंदू महिला तीन बच्चे पैदा करती है तो उसे समाज में ताना मारा जाता है कि वह कुत्तों की तरह बच्चे पैदा कर रही है, लेकिन जब एक मुस्लिम महिला सात बच्चे पैदा करती है तो कोई कुछ नहीं कहता। भट ने आगे कहा कि आज कई हिंदू महिलाएं बच्चे नहीं चाहतीं, जिससे समाज में जनसंख्या असंतुलन बढ़ रहा है। उन्होंने हिंदू महिलाओं से कम से कम तीन बच्चे पैदा करने की अपील करते हुए कहा कि अगर हम बच्चे नहीं पैदा करेंगे तो मंदिरों में कौन जाएगा?
पुलिस ने दर्ज किया मामला
भट के भाषण का एक और हिस्सा भी विवाद में आया है, जिसमें उन्होंने एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए कहा कि 46-47 साल की एक मुस्लिम महिला 13 बच्चों की मां थी और एक और बच्चे के साथ गर्भवती थी। इस टिप्पणी को शिकायतकर्ता ने धार्मिक आधार पर नफरत फैलाने वाला बताया। पुलिस ने इस मामले में प्रभाकर भट और कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिताकी धारा 79, 196, 299, 302 और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है। ये धाराएं महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने, विभिन्न धर्मों के बीच वैमनस्य फैलाने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने से जुड़ी हैं। पुलिस ने भट को 30 अक्टूबर को पूछताछ के लिए तलब किया है। हालांकि, अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान भाषण के वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग का विश्लेषण किया जा रहा है।
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