मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अपने दिल से उस टीस को अभी तक नहीं निकाल पाए हैं, जब उन्हें 2019 में बतौर मुख्यमंत्री सिर्फ 72 घंटे ही काम करने का मौका मिला था। फडणवीस का कहना है कि वह सीएम के रूप में अपने अल्प कार्यकाल को कभी नहीं भूल पाएंगे। एक कार्यक्रम में फडणवीस ने कहा, ‘मैं दो बार नहीं, बल्कि तीन बार मुख्यमंत्री बना हूं।’ अतीत को याद करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं उस सुबह मुख्यमंत्री का पद संभालने के दिन को नहीं भूल सकता, भले ही आप सब भूल गए हों।’
दरअसल, उनके परिचय में उन्हें दूसरी बार CM कहा गया था। फडणवीस नवंबर 2019 में CM बने थे। अजित पवार तक डिप्टी CM बने थे। यह सरकार केवल तीन दिन ही चली थी। इस अवसर पर फडणवीस ने वरिष्ठ नेता शरद पवार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि इस उम्र में भी शरद पवार काम कर रहे हैं। वह कभी हार और जीत की परवाह नहीं करते, बस अपने काम में लगे रहते हैं।
कुणाल कामरा पर बरसेफडणवीस ने कमेडियन कुणाल कामरा को लेकर हुए विवाद पर कहा कि हमारी पार्टी और हमारे अलायंस में थोड़े भावुक लोग हैं। भावुकता थोड़ा रिएक्ट करवाती है, इसलिए कामरा को ज्यादा तवज्जो मिली। कामरा जैसे लोगों को चार आदमी भी नहीं सुनते। गौरतलब है कि कुणाल कामरा ने उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर कविता पढ़ते हुए उन्हें गद्दार कहा था। इसके बाद शिवसेना कार्यकर्ता भड़क उठे थे और जिस स्टूडियो में कामरा ने कॉमेडी की थी, उसमें जमकर तोड़फोड़ की थी।
‘लाडकी बहिन योजना’ के लिए अन्य विभागों से नहीं लिया पैसामुख्यमंत्री फडणवीस ने दावा किया कि ‘लाडकी बहिन योजना’ में पैसे देने के लिए किसी अन्य विभाग से कोई धनराशि नहीं ली है। जो लोग बजट को नहीं समझते, वे निराधार दावे कर रहे हैं। योजना के लिए धनराशि जनजातीय मामलों और सामाजिक न्याय विभागों के माध्यम से वितरित की गई। यह काम बजटीय नियमों के अनुसार ही था। इस योजना के तहत पात्र गरीब महिलाओं को 1,500 रुपये मासिक मिलते हैं।
दरअसल, उनके परिचय में उन्हें दूसरी बार CM कहा गया था। फडणवीस नवंबर 2019 में CM बने थे। अजित पवार तक डिप्टी CM बने थे। यह सरकार केवल तीन दिन ही चली थी। इस अवसर पर फडणवीस ने वरिष्ठ नेता शरद पवार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि इस उम्र में भी शरद पवार काम कर रहे हैं। वह कभी हार और जीत की परवाह नहीं करते, बस अपने काम में लगे रहते हैं।
कुणाल कामरा पर बरसेफडणवीस ने कमेडियन कुणाल कामरा को लेकर हुए विवाद पर कहा कि हमारी पार्टी और हमारे अलायंस में थोड़े भावुक लोग हैं। भावुकता थोड़ा रिएक्ट करवाती है, इसलिए कामरा को ज्यादा तवज्जो मिली। कामरा जैसे लोगों को चार आदमी भी नहीं सुनते। गौरतलब है कि कुणाल कामरा ने उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर कविता पढ़ते हुए उन्हें गद्दार कहा था। इसके बाद शिवसेना कार्यकर्ता भड़क उठे थे और जिस स्टूडियो में कामरा ने कॉमेडी की थी, उसमें जमकर तोड़फोड़ की थी।
‘लाडकी बहिन योजना’ के लिए अन्य विभागों से नहीं लिया पैसामुख्यमंत्री फडणवीस ने दावा किया कि ‘लाडकी बहिन योजना’ में पैसे देने के लिए किसी अन्य विभाग से कोई धनराशि नहीं ली है। जो लोग बजट को नहीं समझते, वे निराधार दावे कर रहे हैं। योजना के लिए धनराशि जनजातीय मामलों और सामाजिक न्याय विभागों के माध्यम से वितरित की गई। यह काम बजटीय नियमों के अनुसार ही था। इस योजना के तहत पात्र गरीब महिलाओं को 1,500 रुपये मासिक मिलते हैं।
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