रणविजय सिंह, लखनऊ: लखनऊ स्थित निशातगंज की बाल्दा कॉलोनी में रहने वाले प्रो. सुरेश चंद्र गुप्ता से मिलने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ गुरुवार को उनके आवास पर पहुंचे। उपराष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ भी थे। इस पर परिवारीजन खुश तो थे ही साथ ही अचरज से भरे थे। हालांकि उपराष्ट्रपति ने माहौल हल्का करने के लिए प्रो. सुरेश की बेटी डॉ़ कंचन पोरवाल से पूछा कि 'आप क्या करती हैं'? कंचन ने बताया कि वह त्चचा रोग विशेषज्ञ हैं। इस पर उपराष्ट्रपति ने चुटीले अंदाज में पूछा कि 'तो बताओ मेरी स्किन कैसी है?' इसपर डॉ. कंचन ने भी मजाकिया लहजे में जवाब देते हुए कहा कि 'आपकी त्वचा से तो उम्र का पता ही नहीं चलता।' इतना सुनते ही वहां मौजूद सभी लोग खिलखिला उठे। खुद सीढ़ियां चलकर प्रो. गुप्ता से मिलने पहुंचे उपराष्ट्रपति KGMU के मानसिक रोग विभाग से रिटायर हो चुके प्रो. सुरेश चंद्र गुप्ता उपराष्ट्रपति जगदीप के सचिव सुनील गुप्ता के पिता हैं। गुरुवार को जब उपराष्ट्रपति प्रो. सुरेश के घर पहुंचे तो वह पहली मंजिल पर थे। घरवालों ने उन्हें ग्राउंड फ्लोर पर बुलाने का विकल्प रखा लेकिन उपराष्ट्रपति ने खुद ही ऊपर जाकर मिलने की बात कही और सीढ़ियां चढ़कर पहली मंजिल पर पहुंच गए।
वहां प्रो. सुरेश और उनकी पत्नी श्याम जानकी गुप्ता मौजूद थीं। उपराष्ट्रपति ने मुस्कुराते हुए कहा कि 'देखो मैं आप लोगों से मिलने चला ही आया।' उन्होंने कहा कि मैं देखना चाहता था कि सुनील ठीक से इलाज करवा रहे हैं या नहीं। प्रो. सुरेश से बातचीत होने के बाद बेटी डॉ. कंचन पोरवाल ने उपराष्ट्रपति को नारियल पानी दिया और सीएम योगी को नींबू पानी। इस पर भी उपराष्ट्रपति ने मुस्कुराते हुए कहा- अरे मुझे नींबू पानी क्यों नहीं दिया और इसके बाद खुद भी नींबू पानी पिया। धनखड़ ने समोसा उठाया तो पत्नी ने टोक दियाश्याम जानकी ने बताया कि बातचीत के दौरान उपराष्ट्रपति ने समोसा उठाया लेकिन उनकी पत्नी ने जब उन्हें टोका-‘अरे यह क्या कर रहे हैं? और बोलीं-चने ले सकते हैं? तो हर कोई मुस्कुराए बिना नहीं रह सका। इस दौरान प्रो. सुरेश के दामाद डॉ. राजीव कुमार मोरवाल भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि सीएम योगी से मिलने का उनका सपना आज पूरा हो गया। आधे घंटे बंद रहे चारों तरफ के रास्तेनिशातगंज की बाल्दा कॉलोनी में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंचे तो सुरक्षा इंतजाम काफी कड़े कर दिए गए। कॉलोनी के भीतर दाखिल होने वाले सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई। यही नहीं, मकान नंबर ए-1/5 में वीवीआईपी मूवमेंट हुआ, उसके चारों तरफ रहने वाले भी करीब आधे घंटे तक घरों से नहीं निकल सके।
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