Canada TFWP Program: कनाडा में इमिग्रेशन प्रोग्राम में कुछ बदलाव हो रहे हैं। सरकार 'टेंपरेरी फॉरेन वर्कर्स' (अस्थायी विदेशी वर्कर्स-TFW) की संख्या पर रोक लगाने जैसे कदम उठाए हैं। अस्थायी विदेशी वर्कर्स को कुछ साल तक कनाडा में जॉब करने की इजाजत होती है। अब कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद जमील जिवानी ने TFWP यानी 'टेंपरेरी फॉरेन वर्कर प्रोग्राम' को खत्म करने के लिए एक ऑनलाइन याचिका शुरू की है। इस याचिका का मकसद है कि कनाडा में इमिग्रेशन सिस्टम को नियंत्रण में लाया जा सके।
याचिका में कहा गया है कि TFWP की वजह से कनाडा का इमिग्रेशन सिस्टम बेकाबू हो रहा है। इससे इमिग्रेशन का स्तर बढ़ रहा है, जो ठीक नहीं है। TFWP की वजह से कनाडाई लोगों की नौकरियां जा रही हैं और उनकी सैलरी भी कम हो रही है। कनाडा का TFWP विदेशी कर्मचारियों को वर्क परमिट देने के लिए बनाया गया है। इसका मकसद है कि कनाडा में जहां कर्मचारियों की कमी है, उसे पूरा किया जा सके।
अगर कोई कंपनी TFWP के तहत विदेशी कर्मचारियों को नौकरी पर रखना चाहती है, तो उसे LMIA जमा करना होता है। LMIA यह साबित करता है कि उस पद के लिए कोई योग्य कनाडाई नागरिक या स्थायी निवासी उपलब्ध नहीं है।
जमील जिवानी ने याचिका में क्या कहा?
जमील जिवानी अपनी याचिका में कहते हैं कि अर्थशास्त्रियों ने देखा है कि TFW की वजह से कंपनियों को कम सैलरी और खराब परिस्थितियों में विदेशी कर्मचारियों को काम पर रखने का मौका मिल जाता है। आयरन वर्कर्स यूनियन ने सरकार से TFWP को तुरंत खत्म करने और कनाडाई कर्मचारियों में निवेश करने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे कनाडाई लोगों की नौकरियां बचेंगी।
कनाडा में युवाओं (15 से 24 वर्ष) में बेरोजगारी 2022 में लगभग 9% थी, जो 2024 में बढ़कर 14% से अधिक हो गई है। यह पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा है, कोविड के समय को छोड़कर। टोरंटो में बेरोजगार युवाओं की संख्या दो सालों में 50% बढ़ गई है, जो 1,20,000 से अधिक है। याचिका में यह भी कहा गया है कि TFWP की वजह से फूड सर्विस और रिटेल जैसे सेक्टरों में विदेशी कर्मचारियों की संख्या तेजी से बढ़ी है।
जिवानी याचिका में कहते हैं कि कनाडा के कृषि उद्योग के लिए, मौसमी कृषि कर्मचारियों को TFWP से अलग माना जाना चाहिए। इसे व्यापक TFWP के साथ नहीं जोड़ा जाना चाहिए, क्योंकि इससे कनाडाई लोगों की सैलरी कम होती है।
याचिका में कहा गया है कि TFWP की वजह से कनाडा का इमिग्रेशन सिस्टम बेकाबू हो रहा है। इससे इमिग्रेशन का स्तर बढ़ रहा है, जो ठीक नहीं है। TFWP की वजह से कनाडाई लोगों की नौकरियां जा रही हैं और उनकी सैलरी भी कम हो रही है। कनाडा का TFWP विदेशी कर्मचारियों को वर्क परमिट देने के लिए बनाया गया है। इसका मकसद है कि कनाडा में जहां कर्मचारियों की कमी है, उसे पूरा किया जा सके।
अगर कोई कंपनी TFWP के तहत विदेशी कर्मचारियों को नौकरी पर रखना चाहती है, तो उसे LMIA जमा करना होता है। LMIA यह साबित करता है कि उस पद के लिए कोई योग्य कनाडाई नागरिक या स्थायी निवासी उपलब्ध नहीं है।
जमील जिवानी ने याचिका में क्या कहा?
जमील जिवानी अपनी याचिका में कहते हैं कि अर्थशास्त्रियों ने देखा है कि TFW की वजह से कंपनियों को कम सैलरी और खराब परिस्थितियों में विदेशी कर्मचारियों को काम पर रखने का मौका मिल जाता है। आयरन वर्कर्स यूनियन ने सरकार से TFWP को तुरंत खत्म करने और कनाडाई कर्मचारियों में निवेश करने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे कनाडाई लोगों की नौकरियां बचेंगी।
कनाडा में युवाओं (15 से 24 वर्ष) में बेरोजगारी 2022 में लगभग 9% थी, जो 2024 में बढ़कर 14% से अधिक हो गई है। यह पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा है, कोविड के समय को छोड़कर। टोरंटो में बेरोजगार युवाओं की संख्या दो सालों में 50% बढ़ गई है, जो 1,20,000 से अधिक है। याचिका में यह भी कहा गया है कि TFWP की वजह से फूड सर्विस और रिटेल जैसे सेक्टरों में विदेशी कर्मचारियों की संख्या तेजी से बढ़ी है।
जिवानी याचिका में कहते हैं कि कनाडा के कृषि उद्योग के लिए, मौसमी कृषि कर्मचारियों को TFWP से अलग माना जाना चाहिए। इसे व्यापक TFWP के साथ नहीं जोड़ा जाना चाहिए, क्योंकि इससे कनाडाई लोगों की सैलरी कम होती है।
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