वह व्यक्ति जो आपसे पूरे दिल से प्यार करता है, आपसे कुछ भी उम्मीद किए बिना – वह व्यक्ति *माँ* है। हर बच्चे की दिली ख्वाहिश होती है कि उसे जीवन में सारी खुशियां मिलें। कौशल्या के राम, यशोदा के कृष्ण और जीजाऊ के शिवबा, ऐसे कई उदाहरण हैं जो हमें लगातार बताते हैं कि माँ-बच्चे का रिश्ता कितना अनोखा होता है।
आज मदर्स डे पर कई लोग अपनी माताओं को गुलाब देते हैं, जबकि अन्य उन्हें सैर पर ले जाते हैं। लेकिन आज भी कुछ लोग ऐसे हैं जो कविता के माध्यम से अपनी माँ के प्रति अपना प्यार व्यक्त करना चाहते हैं। अगर आप भी अपनी माँ के लिए एक अच्छी कविता सुनाना चाहते हैं, तो आज हम कुछ ऐसी ही खूबसूरत कविताओं के बारे में जानने जा रहे हैं।
कविता का नाम: माँ लेखक: कमलेश गंजाल
माँ प्रेम और करुणा से भरी होती है,
दुनिया में कोई दूसरी माँ इतनी प्रेममयी नहीं होती।
माँ की कीर्ति मंदिर के शिखर की तरह
आंगन की तुलसी की तरह है। पारिवारिक रिश्ते
प्रेम के रूप में कायम रहते हैं। तेरी याद दिल में है
। हर घर, हर दरवाजे पर, माँ तेरी याद आती है।
जैसे वृक्ष धूप में नहाकर
सबको छाया देता है, दुख सुख देता है, मौली
भगवान की भी सुध खो देती है, तेरे
हाथ जोड़कर भगवान तेरे हवाले हैं माँ…
धरती विहीन जीवन की महिमा देने वाली तुम ही थी माया
क्या इस धरती ने अपनी खुशियाँ खो दी
तुम्हें देखकर सारी बाधाओं में दर्द छिप जाता है
भकू तुम्हारे प्यार की यह माँ शांत नहीं होगी।
आपके हाथ हमेशा काम में लगे रहें, आपका बिस्तर
हमेशा भरा रहे, रात को चाँद आपके पास आए,
आपके सपने सच हों, अगले जन्म में आपको पुण्य की प्राप्ति हो,
आपकी कोख से भगवान जन्म लें, यही मेरी आशा है, महान माँ…
You may also like
रिटायरमेंट से ठीक पहले एयरपोर्ट पर विराट-अनुष्का की कैमरे के लिए खास स्माइल; देखिए VIDEO
एल्विश यादव को हाईकोर्ट से झटका, सांप के जहर मामले में मुकदमा नहीं होगा रद्द
हवा में उड़ेगी कार, अगले साल लॉन्च! जानें कीमत और कैसे बनेगी प्लेन
सोने की कीमतों में ऐतिहासिक गिरावट, सस्ता सोना खरीदने का सुनहरा मौका!
भारत की अंतरिक्षीय निगरानी क्षमता में तीव्र वृद्धि: डेढ़ साल में 52 उपग्रहों का प्रक्षेपण