बैंक जमा बीमा कवरेज सीमा : अपनी गाढ़ी कमाई को सुरक्षित रखने के लिए बैंक सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है। ज़रूरत पड़ने पर बैंक के एटीएम से नकदी निकाली जा सकती है। इसके अलावा, आप बैंक एफडी कराकर भी आकर्षक रिटर्न पा सकते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि अगर बैंक दिवालिया हो जाए या बंद हो जाए, तो क्या आपकी जमा राशि वापस मिलेगी? आपको कितनी राशि मिलेगी? आइए जानते हैं।बैंक में रखा पैसा कितना सुरक्षित है?बैंकों में रखा पैसा सुरक्षित माना जाता है। देश में बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक यानी RBI द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार काम करते हैं। इस प्रकार, बैंकों में रखा पैसा आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है। हालाँकि, कई बार किन्हीं कारणों से बैंक के दिवालिया होने या बैंक के विफल होने की खबर आती है। ऐसी स्थिति में, बैंक जमा बीमा कवर, दिवालिया हो चुके बैंक की जमा दरों की भारी बचत की रक्षा करता है। DICGC बैंकों की जमा राशि को बीमा कवर प्रदान करता है।DICGC क्या है और यह कैसे काम करता है?DICGC का पूरा नाम डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन है, जिसकी स्थापना वर्ष 1978 में मुंबई में हुई थी। DICGC देश भर के बैंकों में जमा राशि पर बीमा सुरक्षा कवच प्रदान करता है। इसके लिए यह सभी बैंकों से एक निर्धारित बीमा प्रीमियम भी लेता है। वर्तमान में, 100 रुपये की जमा राशि पर भी 0.12 प्रतिशत का बीमा प्रीमियम लगता है। इस राशि से यह बैंकों को बीमा सुरक्षा कवच प्रदान करता है।यदि कोई बैंक दिवालिया हो जाए तो जमाकर्ताओं को कितना पैसा मिलेगा?अगर कोई बैंक दिवालिया हो जाता है, तो जमाकर्ताओं को उनका पैसा लौटाना DICGC की ज़िम्मेदारी है। फ़िलहाल, अगर कोई बैंक दिवालिया हो जाता है, तो बैंक खाताधारक DICGC से अधिकतम 5 लाख रुपये की राशि प्राप्त कर सकता है, जो 1 अप्रैल, 2020 से प्रभावी हो गया है। इससे पहले, 27 वर्षों तक केवल 1 लाख रुपये तक की बैंक जमा राशि पर ही बीमा सुरक्षा मिलती थी। यानी, फ़िलहाल, दिवालिया या दिवालिया होने की स्थिति में बैंकों में जमा 5 लाख रुपये तक की राशि वापस की जा सकती है। यह बचत खाते, चालू खाते, एफडी, आवर्ती जमा आदि सभी प्रकार की जमाओं पर लागू होता है।बैंक जमा बीमा कवर सीमा बढ़ाने की मांगवर्तमान में बैंक जमा बीमा कवर सीमा बढ़ाने की मांग चल रही है। अभी तक बैंक जमा बीमा राशि बढ़ाने पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।
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