जयपुर।कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अलवर जिले में स्थित सरिस्का की सीमाएं फिर से तय करने की योजना को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। राजस्थान पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने इस संबंध में एक्स के माध्मय से कहा कि भाजपा सरकार बताएं... आखिर किसके दबाव में सरिस्का की सांसें खोदने दी जा रही हैं?
राजस्थान में भाजपा के सत्ता में आते ही संवेदनशील और अति-संवेदनशील इलाकों में खनन गतिविधियों को खुली छूट मिल गई है। सरकार की सरपरस्ती और माफियाओं की मिलीभगत से खनन अब दिन दोगुनी रफ्तार से फैल रहा है। भाजपाई भ्रष्टाचार और लूट के हालात ये हैं कि सरिस्का जैसे संरक्षित टाइगर रिजर्व तक को नहीं बख्शा जा रहा, जहां अब भाजपा सरकार खदानें दोबारा खोलने की तैयारी में है।
सरकार कथित तौर पर विकास और रोजगार के नाम पर क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट (CTH) क्षेत्र की सीमा को घटाने-बढ़ाने की योजना बना रही है। सरकार का ये फैसला खनन माफियाओं के लिए सीधे दरवाजा खोलने जैसा है, जिसकी एवज में करोड़ों की सौदेबाजी की चर्चाएं हैं।
पूरे मामले में बड़े भ्रष्टाचार और राजनीतिक दबाव का इशारा
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस खनन को हरी झंडी देने के पीछे केंद्रीय मंत्री से लेकर राज्य के मंत्री और माफियाओं की मिलीभगत के आरोप हैं। जबकि यह प्रभावित क्षेत्र पहले से टाइगर हैबिटेट घोषित है। जल्दबाजी में बनाई गई रिपोर्ट और रातों-रात दी गई मंज़ूरी इस पूरे मामले में बड़े भ्रष्टाचार और राजनीतिक दबाव का इशारा कर रही है।
भाजपा सरकार विकास की आड़ में ना सिर्फ प्रकृति, वन्यजीव और जनता तीनों के साथ विश्वासघात कर रही है, बल्कि कोर्ट के फैसले की भी तौहीन कर रही है। कोर्ट पहले ही सरिस्का क्षेत्र में माइंस बंद करने का आदेश दे चुका है।
PC:indiatv
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