घोड़ाबांधा स्थित पूर्व शिक्षा मंत्री दिवंगत रामदास सोरेन के आवास पर बुधवार को शोक की गहरी छाया रही। पूरा वातावरण गमगीन था। इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने दिवंगत नेता के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
सीएम हेमंत सोरेन ने रामदास सोरेन के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनके निधन से राज्य ने एक समर्पित और जमीनी नेता को खो दिया है। उन्होंने कहा कि रामदास सोरेन ने सदैव समाज और शिक्षा के क्षेत्र में नई दिशा देने का काम किया। उनका जाना झारखंड की राजनीति और समाज दोनों के लिए अपूरणीय क्षति है।
मुख्यमंत्री ने शोकाकुल परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर उन्हें ढाढ़स बंधाया और आश्वस्त किया कि सरकार हर संभव सहयोग के लिए खड़ी है। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में पूरा राज्य परिवार के साथ खड़ा है।
इस मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और पार्टी कार्यकर्ता भी मौजूद रहे, जिन्होंने अपने नेता को श्रद्धांजलि दी और उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। वातावरण में गहरा सन्नाटा और आंखों में आंसू यह दर्शा रहे थे कि लोगों ने केवल एक जनप्रतिनिधि ही नहीं, बल्कि अपना मार्गदर्शक और हितैषी भी खो दिया है।
रामदास सोरेन के राजनीतिक जीवन और समाज सेवा की चर्चा करते हुए कई वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें सादगी, संघर्ष और ईमानदारी का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा और सामाजिक उत्थान के क्षेत्र में उनके कार्य लंबे समय तक लोगों को प्रेरित करेंगे।
रामदास सोरेन के निधन पर राज्य की राजनीति और समाज दोनों में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का दौरा न केवल श्रद्धांजलि देने का अवसर था, बल्कि यह संदेश भी था कि इस दुख की घड़ी में सरकार और समाज उनके परिवार के साथ मजबूती से खड़ा है।
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