झांसी, 4 मई . जिले में 6 परीक्षा केंद्र पर नीट की परीक्षा सकुशल संपन्न हुई. जिसमें लगभग 3000 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी. पांच परीक्षा केंद्र बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन तथा एक राजकीय इंटर कॉलेज में बनाया गया था.
गौरतलब है कि नीट परीक्षा डॉक्टर बनने के लिए प्रथम सीढ़ी होती है. यह परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी आयोजित कराती है. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन एवं राजकीय विद्यालय में पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों की व्यवस्था के बीच यह परीक्षा आयोजित की गई. परीक्षा दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक आयोजित हुई जिसमें परीक्षार्थियों को गाइडलाइन के हिसाब से कपड़े पहनने के बाद ही प्रवेश दिया गया. स्टूडेंट को किसी भी प्रकार की मेटल की वस्तु और रंग बिरंगी या अधिक जेब वाले कपड़े पहनने पर पाबंदी थी.
असली परीक्षा अभिभावकों की
चिलचिलाती धूप में हर परिजन अपने बच्चों को लेकर परीक्षा केंद्र की ओर दौड़ते भागते नजर आए. पेपर न छूट जाए इसके लिए समय से पहले लोग परीक्षा केन्द्रों पर पहुंच गए. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के परीक्षा हॉल तक पहुंचने के लिए दो रास्ते थे. दोनों ही रास्तों पर परीक्षा से पहले और परीक्षा छूटने के बाद काफी लंबा जाम लगा. परंतु मां-बाप किसी भी सूरत में नहीं चाहते थे कि उनके बच्चे परीक्षा देने से चूक जाए. इसलिए हर कोई समय के पहले पहुंचने की जल्दबाजी में था. 2 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक तो कुछ परीक्षार्थियों के परिजन वहीं पर डेरा डालें खड़े रहे. परीक्षा खत्म होने के बाद जैसे ही परीक्षार्थी बाहर आए तो सभी अपने-अपने बच्चों की तलाश में जुट गए और उन्हें लेकर अपने घर चले गए.
प्रश्न पत्र में 720 अंक के 180 प्रश्न
परीक्षार्थियों ने बताया कि दोपहर 2 से लेकर 5 बजे तक आयोजित परीक्षा में जो प्रश्न पत्र मिला था वह 180 प्रश्न और 720 अंक का था. यही नहीं समय के हिसाब से प्रश्न ज्यादा थे फिर भी उन्होंने मेहनत की और एग्जाम दिया. आगे जो ईश्वर को मंजूर होगा वह होगा.
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/ महेश पटैरिया
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