– स्कूल की शिक्षण सामग्री की जांच हेतु गठित की गई समिति
रायसेन, 10 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के रायसेन स्थित अशासकीय बेबी कॉन्वेंट स्कूल में अनियमित पाठ्यक्रम पढ़ाए जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी डीडी रजक द्वारा रविवार को स्कूल के प्रधानाध्यापक तथा संचालक को कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर तीन दिवस में जबाव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही स्कूल की शिक्षण सामग्री की जांच हेतु समिति भी गठित की गई है।
उल्लेखनीय है कि समाचार पत्र में प्रकाशित खबर अनुसार अशासकीय बेबी कॉन्वेंट स्कूल में अनियमित पाठ्यक्रम पढ़ाया जा रहा है। विद्यार्थियों से प्राप्त पट्टी पहाड़ा में छपी हिन्दी वर्णमाला में इस्लाम धर्म के प्रतीक चिन्ह जैसे क से काबा, न से नमाज, ह से हिजाब आदि शब्दों का प्रयोग किया गया है! जबकि मान्यता गाईडलाईन के मुताबिक स्कूल में धर्म विशेष के प्रतीक चिन्हों वाली पाठ्यक्रम सामग्री नहीं पढ़ाई जा सकती है। आरटीई मान्यता नियमों का उल्लंघन किए जाने के फलस्वरूप अशासकीय बेबी कॉन्वेंट स्कूल रायसेन को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है कि क्यों ना विद्यालय के विरूद्ध मान्यता समाप्ती की कार्यवाही प्रस्तावित की जाए। इस संबंध में अशासकीय बेबी कॉन्वेंट स्कूल के प्रधानाध्यापक/संचालक को अपना प्रतिवाद सप्रमाण 03 दिवस में जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रतिवाद समाधानकारक नहीं पाए जाने अथवा निर्धारित समय पर प्रस्तुत नहीं किए जाने पर अशासकीय बेबी कॉन्वेंट स्कूल के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
स्कूल की शिक्षण सामग्री की जांच हेतु समिति गठित
रायसेन स्थित अशासकीय बेबी कॉन्वेंट स्कूल में अनियमित पाठ्यक्रम पढ़ाए जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी ने उक्त स्कूल की शिक्षण सामग्री की जांच हेतु समिति गठित की है। जिसमें सहायक संचालक ऐश्वर्या मूंदड़ा, शासकीय सांदीपनी विद्यालय सांची के प्राचार्य अनिल दीक्षित तथा सांची विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक अयोध्या प्रसाद शर्मा को शामिल किया गया है।
जानकारी के अनुसारी रायसेन जिले में बेबी कॉन्वेंट निजी स्कूल में नर्सरी कक्षा में स्कूल की तरफ से बांटे गए पट्टी पहाड़े में क से काबा, म से मस्जिद, न से नमाज, औ से औरत पढ़ाया जा रहा था। इसमें अक्षर के साथ चित्र भी दिए गए थे, जिसमें औ से औरत के सामने हिजाब पहने महिला का चित्र है तो क से काबा में मक्का के काबा, न से नमाज में नमाज पढ़ते हुए व्यक्ति का चित्र अंकित है। मामले की जानकारी उस समय लगी, जब एक बच्ची के चाचा ने घर में उसे यह सब पढ़ते देखा तो उन्होंने पहाड़े के पेजों को पढ़ा तो उनका माथा ठनक गया।
परिजन को जैसे ही बेबी कॉन्वेंट स्कूल में नर्सरी के बच्चों को इस्लामिक शिक्षा देने की जानकारी लगी तो वे संगठित होकर स्कूल पहुंचे। दूसरी तरफ विश्व हिन्दू परिषद और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोग भी स्कूल पहुंचे और यहां स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। पुलिस को पहुंचकर मामला संभालना पड़ा। थाना प्रभारी नरेंद्र गोयल ने हिन्दू वादी संगठनों के लोगों को समझाइश देकर शिकायत करने की बात कही। उन्होंने बच्चों को बांटा गया इस्लामिक साहित्य भी जब्त किया है।
(Udaipur Kiran) तोमर
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