– भारत निर्वाचन आयोग के दल ने की मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की तैयारियों व किये जा रहे कार्यों की समीक्षा
भोपाल, 06 नवंबर (Udaipur Kiran) . भारत निर्वाचन आयोग से आए दो सदस्यीय दल ने गुरुवार को भोपाल, सीहोर व विदिशा जिले का भ्रमण किया. उन्होंने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की तैयारियों व किये जा रहे कार्यों की जानकारी प्राप्त की. भारत निर्वाचन आयोग की निदेशक शुभ्रा सक्सेना ने भोपाल व सीहोर जिले का भ्रमण किया, जबकि सचिव विनोद कुमार ने विदिशा जिले का भ्रमण कर तैयारियों व कार्यों का अवलोकन किया. आयोग की निदेशक शुभ्रा सक्सेना ने भोपाल व सीहोर में एसआईआर की तैयारियों व प्रगति की समीक्षा की. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एसआईआर का उद्देश्य शुद्ध मतदाता सूची तैयार करना है. उन्होंने अधिकारियों को मतदाता सूची को पूरी तरह शुद्ध और त्रुटिरहित बनाने के निर्देश दिए.
निदेशक शुभ्रा सक्सेना ने कहा कि भोपाल जिले को एसआईआर में उत्कृष्ट कार्य कर देश में मॉडल प्रस्तुत करना होगा. उन्होंने कहा कि राजधानी से तैयार किया गया एसआईआर मॉडल पूरे प्रदेश के लिए अनुकरणीय हो, इसके लिए सभी ईआरओ और बीएलओ मैदानी स्तर पर पूरी गंभीरता से कार्य करें. बीएलओ ऐप पर मैपिंग कम होने पर उन्होंने नाराजगी जताई और बीएलओ से ऑनलाइन डेटा ऐप पर शीघ्र अपलोड करने के निर्देश दिए. साथ ही कलेक्टर एवं नगर निगम आयुक्त को शहरी क्षेत्र में बीएलओ के साथ संयुक्त रूप से एसआईआर का कार्य करने और नगर निगम कार्यालय में हेल्प डेस्क को और सशक्त बनाने के निर्देश दिए.
भोपाल कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि जिले में सभी एसडीएम कार्यालय एसआईआर कार्य कर रहे हैं. बैठक के दौरान निदेशक शुभ्रा सक्सेना ने हुजूर विधानसभा क्रमांक 155 के बीएलओ ब्रजेश शर्मा द्वारा एक ही दिन में 76 प्रतिशत मतदाताओं की मैपिंग करने पर प्रशंसा व्यक्त की. बीएलओ शर्मा ने अपने बूथ पर आईटी एक्सपर्ट वॉलिंटियर्स की सहायता से यह उपलब्धि हासिल की.
निदेशक ने सभी ईआरओ को निर्देशित किया कि आगामी 7 दिनों में 2003 की मतदाता सूची से मिलान कर पात्र मतदाताओं की बीएलओ ऐप पर शत-प्रतिशत मैपिंग सुनिश्चित की जाएं. भोपाल के स्लम क्षेत्रों में विशेष कैम्प आयोजित कर एसआईआर के कार्य को गति देने के निर्देश भी दिए गए.
निदेशक शुभ्रा सक्सेना ने मैदानी स्तर पर कार्य कर रहे बीएलओ से वन-टू-वन चर्चा की और कहा कि एसआईआर की कार्यवाही के दौरान मतदाताओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि “कोई भी पात्र मतदाता छूटे नहीं और कोई अपात्र मतदाता सूची में शामिल न हो.” उन्होंने कहा कि एसआईआर का मुख्य उद्देश्य शुद्ध मतदाता सूची तैयार करना है, जो पूरी तरह पारदर्शिता के साथ हो. उन्होंने आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूची को 2003 की सूची से लिंक करने और जिनका नाम उसमें नहीं है, उन्हें वंशावली के मतदाताओं से लिंक करने के निर्देश भी दिए. बीएलओ को बेहतर प्रशिक्षण प्रदान करने तथा बीएलओ ऐप का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किए जाने पर भी जोर दिया गया. उन्होंने यह भी कहा कि सभी मतदाताओं को गणना फार्म समय पर वितरित किए जाएं.
बैठक में भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली के सचिव विनोद कुमार, Madhya Pradesh निर्वाचन सदन भोपाल के संयुक्त निर्वाचन पदाधिकारी आर.पी.एस. जादौन, संजय श्रीवास्तव, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुरभि तिवारी, नगर निगम आयुक्त संस्कृति जैन, एडीएम सुमित कुमार पांडेय सहित सभी विधानसभा क्षेत्रों के एसडीएम, ईआरओ, एईआरओ तथा बीएलओ उपस्थित रहे.
समय-समय पर राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर दी जाए जानकारी
सीहोर जिले में समीक्षा बैठक करते हुए निदेशक शुभ्रा सक्सेना ने कहा कि बीएलओ यह सुनिश्चित करें कि एसआईआर की कार्यवाही में मतदाताओं को कोई परेशानी न हो और सभी बीएलओ मतदाताओं का सहयोग करें. एसआईआर की पूरी कार्यवाही पारदर्शिता के साथ की जाये. समय-समय पर राजनीतिक दलों के साथ बैठक आयोजित कर जानकारी दी जाए और बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) का सहयोग भी लिया जाये. आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूची को 2003 की मतदाता सूची से लिंक करने और जिनका नाम उस सूची में नहीं है, उन्हें वंशावली के मतदाताओं से लिंक करने के निर्देश भी दिए. उन्होंने कहा कि सभी बीएलओ को बेहतर प्रशिक्षण दिया जाए और उन्हें एसआईआर की पूरी जानकारी होनी चाहिए. बीएलओ ऐप का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किया जाए तथा सभी मतदाताओं को गणना फार्म वितरित किए जाएं.
मैपिंग कार्य शीघ्र पूर्ण करेंभारत निर्वाचन आयोग के सचिव विनोद कुमार ने गुरुवार को विदिशा जिले का भ्रमण किया. उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित बेतवा सभागार में समीक्षा बैठक की. मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की तैयारियों और कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य एक अत्यंत संवेदनशील एवं जिम्मेदारीपूर्ण प्रक्रिया है. मतदाता सूची पुनरीक्षण से जुड़े सभी कार्यों को निर्धारित समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण किया जाना चाहिए. मैपिंग कार्य शीघ्रता से पूर्ण किया जाएं ताकि आगामी निर्वाचन की तैयारी सुचारू एवं पारदर्शी रूप से संपन्न हो सके. निर्वाचन प्रक्रिया लोकतंत्र की आधारशिला है. प्रत्येक मतदाता का नाम सही रूप से सूची में दर्ज होना ही निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव की पहली शर्त है. अतः सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि मतदाता सूची के अद्यतन में कोई त्रुटि न रहे. मैपिंग और पुनरीक्षण कार्यों को समय सीमा में शत-प्रतिशत पूर्ण किया जाए.
(Udaipur Kiran) तोमर
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