गुमला, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) . जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के बीच घाघरा प्रखंड के नवाडीह गांव के ग्रामीणों ने अपनी मेहनत से बदलाव की मिसाल पेश की है.
बर मोड़ से कुगांव पंचायत सचिवालय तक बुधवार को खुद श्रमदान कर सड़क बनाने में जुट गए हैं. लगभग 3.5 किलोमीटर लंबी सड़क की जर्जर हालत से परेशान ग्रामीणों ने कई बार अपने स्थानीय जनप्रतिनिधियों को यहां सड़क निर्माण कार्य के लिए आग्रह किया था, लेकिन उन्होंने मांग को लगातार अनसुना किया. इसके बाद तंग आकर आखिरकार ग्रामीणों ने खुद यह बीड़ा उठाया. ग्रामीण स्वयं चंदा जुटाकर और श्रमदान से सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया.
ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क वर्ष 2014 से खराब स्थिति में है. कई बार क्षेत्रीय विधायक सह मंत्री चमरा लिंडा और लोहरदगा सांसद सुखदेव भगत को लिखित आवेदन देकर अवगत कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. निराश होकर ग्रामीणों ने खुद ही फावड़ा और टोकरी उठाई और सुबह से शाम तक श्रमदान में जुट गए.
इस जनभागीदारी में लाल साहू, सीताराम उरांव, वीरेंद्र उरांव, विजय उरांव, नन्दा उरांव, सबूर उरांव, कैलाश साहू, दीपक उरांव सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे.
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
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