बांदा, 6 नवंबर (Udaipur Kiran) . Uttar Pradesh के जनपद बांदा में कमासिन थाना क्षेत्र के बीरा गांव में जहरीले कीड़े के काटने से एक मासूम की जान चली गई. परिजनों ने बच्चे को अस्पताल में भर्ती करने के बजाए झाड़-फूंक के चक्कर में पड़े रहे. बुधवार की देर रात हालत बिगड़ने पर परिजन बच्चे काे
लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया.
जानकारी के अनुसार, कमासिन थाना क्षेत्र के बीरा गांव निवासी मनोज सिंह का आठ वर्षीय बेटा आदर्श बुधवार की शाम करीब छह बजे घर के बाहर मंदिर के पास खेल रहा था, तभी उसे पैर में जलन महसूस हुई. आदर्श ने तुरंत यह बात अपने परिजनों को बताया, लेकिन उन्होंने इसे सामान्य कीड़े का काटना समझकर मामूली बात मान ली. कुछ देर बाद उसकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. परिजन उसे इलाज के लिए पास के कठार गांव के ओझा के पास ले गए, जहां दवा देने के बाद भी हालत में सुधार नहीं हुआ और उसने उल्टी हाेने लगी. स्थिति गंभीर देख परिजन आदर्श को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कमासिन ले गए, जहां मौजूद चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.
प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. हेमंत विशेन ने गुरुवार काे बताया कि एक बालक को देर रात मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था. उसका शरीर नीला पड़ चुका था, जिससे स्पष्ट था कि जहर पूरे शरीर में फैल चुका था. अगर परिजन झाड़-फूंक के चक्कर में न पड़ते और समय से बच्चे को अस्पताल ले आते तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी. परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया और इस संबंध में लिखित सहमति भी दी है.
—————
(Udaipur Kiran) / अनिल सिंह
You may also like

लव, रिवेंज और फेक ईमेल्स... दिल टूटा तो 30 साल की साइबर एक्सपर्ट बनी क्रिमिनल, कर्नाटक से गुजरात पुलिस तक चकराई

मैं भू माफिया होता तो लखनऊ में कोठी होती... 50 साल की सियासत पर लगे इल्जाम पर आजम खां

राजस्थान : अलवर के लक्ष्मणगढ़ के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर भीषण सड़क हादसा; एक की मौत, तीन घायल

PAK vs SA: Quinton de Kock ने पाकिस्तान की धरती पर मचाया कहर, एबी डी विलियर्स-क्रिस गेल का रिकॉर्ड तोड़ा

एमपी में पहाड़ी राज्यों में जारी बर्फबारी का असर राजगढ़ में सबसे कम





