कानपुर, 26 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में कंपनी बाग़ स्थित चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के वैज्ञानिकों ने नव-विकसित जौ की केबी 2031 (आजाद जौं 34) प्रजाति के विकास के लिए डॉक्टर विजय कुमार यादव को सम्मानित किया गया है। यह जानकारी मंगलवार को सीएसए विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉक्टर खलील खान ने दी।
विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉक्टर खलील खान ने बताया कि यह सम्मान उन्हें भारतीय गेहूं जौ अनुसंधान संस्थान करनाल एवं राजमाता विजय राजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय (25 से 27 अगस्त) 34वीं अखिल भारतीय गेहूं जौ अनुसंधान कार्यकर्ता सम्मेलन ग्वालियर मध्य प्रदेश में प्रदान किया गया है।
उन्होंने बताया कि यह सम्मान उन्हें केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के महानिदेशक डॉक्टर एम एल जाट ने दिया है।
कृषि वैज्ञानिक डॉ विजय यादव ने बताया कि यह प्रजाति ऊसर भूमियों के लिए सहिष्णु है। साथ ही ऊसर भूमियों में जौं के उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। यह प्रजाति 134 दिनों में पक़्कर तैयार हो जाती है। जिसके दाने सुडौल व 12 प्रतिशत प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है। उन्होंने बताया कि यह स्पॉट बीमारी की प्रति सहिष्णु है तथा ऊसर भूमियों में भी 38 कुंतल प्रति हेक्टेयर उत्पादन क्षमता देती है।
सीएसए कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि पर जौ की नवीन प्रजाति को विकसित करने वाली समस्त टीम के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं। साथ ही आशा करता हूं कि जलवायु अनुकूलन इस प्रजाति से जौ उत्पादन में आशातीत वृद्धि होगी।
(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद
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