सरायकेला, 30 अप्रैल . सरायकेला-खरसावां जिला स्थापना के 24 वर्षों के बाद भी विकास की बाट जोह रहा है. मुख्यालय में अब भी रेलवे स्टेशन नहीं है, केवल रेलवे टिकट आरक्षण केंद्र ही मौजूद है. सरायकेला से कांड्रा तक केवल एक सिंगल सडक बनी है. इससे अक्सर सड़क हादसे होते रहते हैं. ग्रामीण इलाकों में अब भी कच्ची सड़कों से ही यात्रा करनी पडती है.
वहीं स्थापना दिवस के मौके पर उपायुक्त रविशंकर शुक्ला और एसपी मुकेश कुमार लुणायत ने बुधवार को झारखंड के स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की.
मौके पर उपायुक्त ने जिलेवासियों को स्थापना दिवस की बधाई दी और कहा कि जिले के विकास के लिए प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है. उन्होंने उन सभी उद्देश्यों को याद करने की जरूरत बताई, जिनके लिए यह जिला बनाया गया था.
जिले में कई विकास संबंधी समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं. जिले का एकमात्र बड़ा अस्पताल सदर अस्पताल है जहां प्रतिदिन 250 से 300 मरीज आते हैं, लेकिन संसाधनों और विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी के कारण उचित इलाज नहीं हो पाता और मरीजों को दूसरे जिलों में रेफर करना पड़ता है. कृषि क्षेत्र में भी सिंचाई की सुविधा न होने के कारण किसान केवल एक बार फसल उगा पाते हैं.
करोड़ों रुपये खर्च कर बनाए गए कैनाल भी सिंचाई के अभाव में बेकार पड़े हैं. जिले में खेती योग्य क्षेत्र लगभग 79,803 हेक्टेयर है, लेकिन सिंचाई की कमी के कारण किसान पलायन करने को विवश हैं.
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/ Vinod Pathak
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