उज्जैन, 26 अप्रैल . पंचक्रोशी यात्रा पर अधिकृत तारीख 23 अप्रैल को रवाना हुए यात्री रविवार को उज्जैन में प्रवेश करेंगे. इधर जो यात्री 21 एवं 22 अप्रेल को रवाना हो गए थे, उनका शनिवार को भी उज्जैन प्रवेश जारी रहा. ये यात्री शिप्रा तट के रेतीघाट पर रात्रि विश्राम करेंगे. इधर यातायात पुलिस द्वारा रविवार को यात्रा के प्रवेश के चलते विशेष इंतजाम किए गए हैं. मार्ग को डायवर्ट भी किया गया है.
युवा वर्ग ने दिखाई खास दिलचस्पी
इस वर्ष पंचक्रोशी यात्रा में प्रौढ़ और वृद्ध आयु वर्ग के श्रद्धालुओं के अलावा युवा वर्ग ने बढ़ चढक़र हिस्सा लिया. विभिन्न पड़ाव स्थलों पर जिला प्रशासन के द्वारा अच्छी व्यवस्थाएं की गई थी. यात्रा मार्ग पर स्थानीय नागरिक भी पंचक्रोशी यात्रा में अपनी ओर से सेवाएं दे रहे थे. पंचक्रोशी यात्रा के विभिन्न पड़ाव स्थलों पर यात्रियों के लिए शीतल पेय, खिचड़ी, स्वल्पाहार, भोजन, ठंडे पेयजल की व्यवस्था की गई. प्रमुख पड़ाव स्थलों पर काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर धन्यवाद देते हुए विश्राम किया और फिर अपने गंतव्य की ओर निकल पड़े. ये सभी यात्री रविवार को नगर प्रवेश करेंगे.
अपने यात्रा के दौरान यात्रियों ने नि:शुल्क चल रहे भोजन के काउंटरों से हटकर मालवा के प्रसिद्ध व्यंजन दाल बाटी को बनाया और परिवार, सहयात्रियों के साथ भोजन किया. प्रशासन द्वारा विभिन्न पड़ाव स्थलों पर पेयजल और फव्वारों की पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई थी. रास्ते में लगाए गए ठंडे पानी के फव्वारों से श्रद्धालुओं को भीषण गर्मी से राहत मिली. रास्तेभर श्रद्धालुओं ने यात्रा में आने वाले प्रमुख मंदिरों में भजन कीर्तन किए. यह दौर शनिवार रात्रि तक चलता रहा. जिला प्रशासन की ओर से सभी पड़ाव स्थलों पर फायर ब्रिगेड, सांची दुग्ध संघ के द्वारा ठंडे पानी के टैंकर, कचरा गाड़ी, खोया पाया केंद्र, माईक अनाउंसमेंट सिस्टम, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, शासकीय उचित मूल्य दुकान, मलहम वितरण केन्द्र आदि सभी व्यवस्थाएं की गई थी.
/ ललित ज्वेल
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