नारनौल, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Haryana केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) महेंद्रगढ़ के वैज्ञानिकों ने ‘सॉयल हेल्थ प्लस’ नामक एक नवीन जैव उत्पाद श्रृंखला विकसित की है. यह उत्पाद पौधों की वृद्धि को प्रतिकूल परिस्थितियों में भी बेहतर बनाने और मिट्टी के समग्र स्वास्थ्य में सुधार लाने में सहायक होगा.
गुरुवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेशवर कुमार ने इस उपलब्धि पर शोध दल को बधाई दी.
इस परियोजना का नेतृत्व जैव प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. रूपेश देशमुख और डॉ. हुमैरा सोनाह कर रहे हैं. उनके निर्देशन में शोध दल ऐसे जैव उत्पादों की श्रृंखला विकसित कर रहा है जो सूखा और लवणता जैसी पर्यावरणीय चुनौतियों से फसलों की रक्षा कर सकें. साथ ही, यह उत्पाद मिट्टी की सूक्ष्मजीव सक्रियता को बढ़ाकर उसकी उर्वरता और संरचना को पुर्नस्थापित करने में भी मदद करेगा.
प्रो. देशमुख ने बताया कि इस शोध कार्य में पवन कुमार, बादल महाकालकर, वैभव यादव, आकाश मौर्य, सु प्रगति, गीतांजलि जोशी, सैंड्रा, दया, मुकेश मेघवाल और डॉ. श्रीजा सुधाकरन जैसे शोधार्थी प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं. यह दल प्रयोगात्मक सत्यापन, बड़े पैमाने पर उत्पाद विकास और क्षेत्रीय परीक्षणों पर कार्य करेगा ताकि इसके प्रभाव का वास्तविक मूल्यांकन किया जा सके.
उन्होंने बताया कि प्रो. टंकेशवर कुमार के मार्गदर्शन में विकसित यह उत्पाद स्थायी एवं जैविक कृषि को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इसका विकास ट्रांसलेशनल रिसर्च बायोरॉक-पीएसीई (बीआईआरएसी-पीएसीई) अनुदान के तहत प्राप्त 40 लाख रुपए की राशि से किया गया है. यह अनुदान जैव प्रौद्योगिकी विभाग को सिलिकेट घुलनशील बैक्टीरिया आधारित पौध वृद्धि संवर्धक जैव-उत्पाद का विकास, जिससे पौधों की प्रतिकूल परिस्थितियों में सहनशीलता बढ़ाई जा सके शीर्षक वाली परियोजना के लिए स्वीकृत हुआ था.
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(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला
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